आषाढ़ माह में मासिक शिवरात्रि 2025: जानें तिथि और पूजा विधि
मासिक शिवरात्रि 2025 का महत्व
Masik Shivratri 2025: हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, हर महीने की अंतिम तिथि को पूर्णिमा मनाई जाती है, जिससे एक नए महीने की शुरुआत होती है। वर्तमान में चौथा महीना आषाढ़ चल रहा है, जो भगवान विष्णु को समर्पित है। इस दौरान उनकी पूजा करने से भक्तों को विशेष लाभ प्राप्त होता है। आषाढ़ माह में कई महत्वपूर्ण व्रत और त्योहार आते हैं, जिनमें मासिक शिवरात्रि का व्रत भी शामिल है।
मासिक शिवरात्रि का व्रत कब है?
द्रिक पंचांग के अनुसार, मासिक शिवरात्रि का व्रत हर महीने की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। इस बार आषाढ़ माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 23 जून 2025 को रात 10:09 बजे से शुरू होगी और अगले दिन 24 जून 2025 को शाम 6:59 बजे समाप्त होगी। इस प्रकार, 23 जून को आषाढ़ मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा जाएगा।
शिव जी की पूजा का शुभ मुहूर्त
- सूर्योदय- प्रात: 5:46
- चन्द्रोदय- प्रात: 3:11
- ब्रह्म मुहूर्त- प्रात: 04:10 से 04:58 तक
- राहुकाल- प्रात: 7:27 से 9:07 तक
- अभिजीत मुहूर्त- दोपहर 12:02 से 12:55 तक
- अमृत काल- दोपहर 01:06 से 02:33 तक
मासिक शिवरात्रि की पूजा विधि
व्रत के दिन, व्रती को ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करना चाहिए। स्नान के पानी में गंगाजल डालें और हरे या नीले रंग के कपड़े पहनें। घर के मंदिर में शिव-पार्वती की मूर्ति या तस्वीर और शिवलिंग स्थापित करें। शिवलिंग पर गंगाजल, दूध, दही, शहद और बेलपत्र चढ़ाएं। शिव जी और माता पार्वती को पीले फूलों की माला अर्पित करें। देसी घी का दीपक जलाएं और देवी-देवताओं को मिठाई का भोग लगाएं। हाथ जोड़कर व्रत का संकल्प लें। मासिक शिवरात्रि की कथा पढ़ें या सुनें, आरती करें और अपनी गलतियों के लिए माफी मांगें।