इंडोनेशिया में गीता महोत्सव का आयोजन और डाक टिकट का विमोचन
गीता महोत्सव का महत्व
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बताया कि हरियाणा के कुरुक्षेत्र में भगवान श्रीकृष्ण द्वारा अर्जुन को दिए गए ज्ञान का संदेश अब विश्वभर में फैलाया जा रहा है। भारत और इंडोनेशिया के बीच सांस्कृतिक संबंधों में गीता का ज्ञान भी जोड़ा गया है।
इंडोनेशिया में गीता महोत्सव
शनिवार को, मुख्यमंत्री ने बाली संसद सभागार में चल रहे छठे अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के दौरान एक वीडियो संदेश दिया। इस अवसर पर इंडोनेशिया ने गीता पर एक डाक टिकट भी जारी किया।
गीता का प्रचार
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज के नेतृत्व में यह महोत्सव आयोजित किया गया है। उन्होंने बताया कि इंडोनेशिया के नागरिक गीता का ज्ञान प्राप्त कर इसे आगे बढ़ाएंगे, जिससे विश्व का कल्याण हो सके।
अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का विस्तार
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि अब गीता महोत्सव केवल कुरुक्षेत्र तक सीमित नहीं है, बल्कि इसे विदेशों में भी मनाया जा रहा है। पहले ही मॉरिशस, लंदन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका और यूके में इसका आयोजन किया जा चुका है।
गीता का संदेश
स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज ने कहा कि गीता से जीवन जीने की कला और शांति का संदेश मिलता है। उन्होंने बताया कि गीता का पाठ करने से व्यक्ति मानसिक रूप से मजबूत होता है।
हरियाणा का योगदान
हरियाणा के पर्यटन मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने घोषणा की कि राज्य में भगवान श्रीकृष्ण की एक विशाल प्रतिमा स्थापित की जाएगी, जिसे विश्वभर में जाना जाएगा।
इंडोनेशिया का गीता प्रेम
वेदकर्ण एमडब्ल्यूएस तृतीय बाली के सीनेटर डॉ. आई. गुस्तीनगुरा आर्य ने कहा कि इंडोनेशिया में गीता के प्रति लोगों का लगाव पहले से ही है, और इस महोत्सव से आम जनता का गीता से जुड़ाव और बढ़ेगा।