ईद-ए-मिलाद-उन-नबी: पैगंबर मोहम्मद का जन्मदिन मनाने का महत्व
5 सितंबर 2025 को ईद-ए-मिलाद-उन-नबी का पर्व मनाया जा रहा है, जो पैगंबर मोहम्मद के जन्म का प्रतीक है। इस दिन को इस्लाम में विशेष महत्व दिया जाता है, क्योंकि इसे न केवल उनके जन्म के रूप में, बल्कि उनके निधन के दिन के रूप में भी मनाया जाता है। जानें इस दिन का महत्व और इसे कैसे मनाया जाता है।
Sep 5, 2025, 15:17 IST
ईद-ए-मिलाद-उन-नबी का पर्व
वीडियो: आज 5 सितंबर 2025 को विश्वभर में ईद-ए-मिलाद-उन-नबी का उत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस्लामिक परंपरा के अनुसार, रबीउल अव्वल की 12वीं तारीख को पैगंबर हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैह वसल्लम का जन्म हुआ था। मान्यता है कि अल्लाह ने उन्हें मानवता के लिए मार्गदर्शक के रूप में भेजा था। यह दिन उनके निधन का भी दिन माना जाता है, इसलिए इसे 12वीं शरीफ या 12 वफात के नाम से भी जाना जाता है।
पैगंबर साहब का जन्म लगभग 517 ईस्वी में मक्का में हुआ था, और उनका निधन 632 ईस्वी में मदीना में हुआ। 'मिलाद' का अर्थ है 'जन्म' और 'नबी' का अर्थ है 'पैगंबर मुहम्मद साहब'। इस प्रकार, यह दिन नबी के जन्म का प्रतीक है। पूरी जानकारी के लिए देखें हमारा वीडियो…