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कार्तिक पूर्णिमा पर लक्ष्मी जी की कृपा पाने के उपाय

कार्तिक पूर्णिमा का दिन हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। इस दिन लक्ष्मी जी की पूजा करने से धन संबंधी समस्याओं से मुक्ति मिलती है। जानें इस दिन के लिए विशेष उपाय, पूजा विधि और मंत्र, जो आपको मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त करने में मदद करेंगे। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि कैसे आप इस दिन का सही उपयोग कर सकते हैं और लक्ष्मी जी की कृपा प्राप्त कर सकते हैं।
 

पूजा-पाठ से प्राप्त करें लक्ष्मी जी का आशीर्वाद


कार्तिक पूर्णिमा का महत्व
हिंदू धर्म में पूर्णिमा का दिन विशेष महत्व रखता है। इस दिन स्नान और दान करने से व्यक्ति को सुख और समृद्धि प्राप्त होती है। मान्यता है कि इस दिन लक्ष्मी जी की पूजा करने से धन संबंधी समस्याओं से मुक्ति मिलती है। इसलिए, इस दिन मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए कुछ विशेष उपाय किए जा सकते हैं।


लक्ष्मी जी की पूजा विधि


  • कार्तिक पूर्णिमा के दिन सूर्योदय से पहले उठकर किसी पवित्र नदी में स्नान करें।

  • यदि यह संभव न हो, तो घर पर गंगाजल मिलाकर स्नान करें।

  • इसके बाद सूर्य देव को जल अर्पित करें और ॐ घृणि: सूर्याय नम: का जाप करें।

  • पूजा स्थल को साफ करें और गंगाजल छिड़कें, फिर चौकी पर लाल कपड़ा बिछाएं।

  • भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें।

  • पूजा में धूप, दीप और नैवेद्य अर्पित करें।

  • पूर्णिमा के दिन सत्यनारायण भगवान की कथा करवाना भी शुभ माना जाता है।


मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त करें

पूजा के दौरान माता लक्ष्मी को लाल फूल अर्पित करें। इसके साथ कनकधारा स्त्रोत का पाठ करना भी लाभकारी होता है। इससे मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और साधक को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है। इसके अलावा, 11 कौड़ियों पर हल्दी लगाकर उन्हें लक्ष्मी जी की पूजा में अर्पित करें। घी का दीपक जलाकर लक्ष्मी चालीसा का पाठ करें और इन कौड़ियों को धन वाले स्थान पर रखें। इससे धन संबंधी समस्याएं दूर हो सकती हैं।


मंत्रों का जाप


  • ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नम:

  • ॐ श्री महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णु पत्न्यै च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात् ॐ॥


श्री लक्ष्मी बीज मंत्र


  • ॐ श्री ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मयै नम:।।


लक्ष्मी प्रार्थना मंत्र


  • नमस्ते सर्वगेवानां वरदासि हरे: प्रिया।
    या गतिस्त्वत्प्रपन्नानां या सा मे भूयात्वदर्चनात्।।

  • श्री लक्ष्मी महामंत्र

  • ॐ श्रीं ल्कीं महालक्ष्मी महालक्ष्मी एह्येहि सर्व सौभाग्यं देहि मे स्वाहा।।