गंगा दशहरा 2025: दिल्ली से 22 मिनट में पहुंचें 'छोटा हरिद्वार'
गंगा दशहरा 2025 का महत्व
गंगा दशहरा 2025: हिन्दू धर्म में गंगा नदी को मां का दर्जा दिया गया है और इसे मोक्ष प्रदान करने वाली माना जाता है। यह मान्यता है कि गंगा का जल पवित्रता और पुण्य का प्रतीक है, जो जन्मों के पापों का नाश करता है। गंगा दशहरा, मां गंगा के धरती पर अवतरण का पर्व है, जो हर साल ज्येष्ठ शुक्ल दशमी को मनाया जाता है। वर्ष 2025 में यह पर्व गुरुवार, 5 जून को मनाया जाएगा। इस दिन गंगा स्नान, दान और पूजा का विशेष महत्व है। श्रद्धालु गंगा तटों पर एकत्र होकर पवित्र स्नान करते हैं और गंगा मां से पापों से मुक्ति की प्रार्थना करते हैं।
दिल्ली-एनसीआर का छोटा हरिद्वार
दिल्ली-एनसीआर के निवासियों के लिए एक अच्छी खबर है। यदि आप गंगा दशहरा के अवसर पर गंगा में स्नान करना चाहते हैं, तो मुरादनगर में स्थित 'छोटा हरिद्वार' जा सकते हैं, जो लगभग 20 मिनट की दूरी पर है। यहां पहुंचने का किराया मात्र 80 रुपये है, जो नमो ट्रेन की सुविधा से संभव हुआ है।
यदि आप दिल्ली-एनसीआर में रहते हैं और गंगा दशहरा या अन्य अवसरों पर हरिद्वार के गंगा स्नान का अनुभव करना चाहते हैं, तो दिल्ली से मेरठ जाने वाले मार्ग पर मुरादनगर पहुंचें, जहां गंगनहर बहती है, जो सीधे हरिद्वार से आती है।
नमो भारत का किफायती सफर
मुरादनगर का 'छोटा हरिद्वार' अब दिल्ली-एनसीआर के श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए बेहद सुलभ हो गया है। आनंद विहार से इसकी दूरी लगभग 35 किलोमीटर है, जिसे नमो भारत ट्रेन से केवल 22 से 23 मिनट में तय किया जा सकता है। इस रूट पर स्टैंडर्ड कोच का किराया सिर्फ 80 रुपये है, जबकि प्रीमियम कोच के लिए 95 रुपये का शुल्क है।
गाजियाबाद से 'छोटा हरिद्वार' की दूरी लगभग 18 किलोमीटर है और यह सफर मात्र 12 मिनट में पूरा होता है। इस दूरी के लिए स्टैंडर्ड कोच में 40 रुपये किराया निर्धारित किया गया है। यह कहना गलत नहीं होगा कि नमो भारत की तेज, आरामदायक और सस्ती सेवा ने 'छोटा हरिद्वार' जैसे धार्मिक स्थलों तक पहुंच को बेहद आसान बना दिया है।
यदि आप ट्रेन से यात्रा नहीं कर सकते, तो आप रोडवेज या अपनी गाड़ी से भी जा सकते हैं और लगभग 1 घंटे में आसानी से पहुंच सकते हैं।
हरिद्वार का एक आसान विकल्प
मुरादनगर स्टेशन से छोटा हरिद्वार तक पहुंचना बहुत आसान है। लोग कुछ ही मिनटों में पैदल चलकर वहां पहुंच जाते हैं। गंगनहर के किनारे बसा यह एक शांत और धार्मिक स्थल है, जहां का माहौल हरिद्वार जैसा लगता है। यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु गंगाजल भरने, पवित्र स्नान करने और पूजा-पाठ जैसे धार्मिक कार्यों के लिए आते हैं। जो लोग समय की कमी या संसाधनों के चलते हरिद्वार नहीं जा पाते, उनके लिए छोटा हरिद्वार एक अच्छा और नजदीकी विकल्प बन गया है।
आपको बता दें कि मुरादनगर की गंगनहर पर कुछ साल पहले हरिद्वार की हर की पैड़ी की तरह ही सुंदर घाट बनाए गए हैं। यहां मंदिर, घंटाघर और अन्य धार्मिक ढांचे भी बनाए गए हैं, जिससे इसका रूप हर की पैड़ी जैसा हो गया है। इसके बाद इसे 'छोटा हरिद्वार' के नाम से जाना जाने लगा। धीरे-धीरे यहां भी वही धार्मिक गतिविधियां होने लगीं जो हरिद्वार की हर की पौड़ी और ब्रह्मकुंड पर होती हैं।