×

गणेश चतुर्थी पर भगवान गणेश को अर्पित न करें ये 5 चीजें

गणेश चतुर्थी के अवसर पर भगवान गणेश की पूजा में कुछ चीजों का उपयोग वर्जित माना जाता है। जानें कौन सी चीजें हैं, जिन्हें अर्पित नहीं करना चाहिए, ताकि भगवान गणेश प्रसन्न रहें। इस लेख में तुलसी, सफेद वस्तुएं, बासी फूल और फल, केतकी के फूल, और खंडित चावल के दानों के बारे में जानकारी दी गई है।
 

भगवान गणेश पूजा: महत्वपूर्ण जानकारी

गणेश चतुर्थी: 27 अगस्त 2025 को गणेश चतुर्थी का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन भक्त अपने घरों में भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित करते हैं और उन्हें प्रसन्न करने के लिए विभिन्न वस्तुएं अर्पित करते हैं। हालांकि, शास्त्रों में कुछ चीजों का उपयोग भगवान गणेश की पूजा में वर्जित माना गया है। ऐसी मान्यता है कि इन चीजों का उपयोग करने से भगवान नाराज हो सकते हैं। आइए जानते हैं कि कौन सी चीजें हैं, जिन्हें भगवान गणेश को अर्पित नहीं करना चाहिए।


तुलसी

भगवान गणेश की पूजा में तुलसी का प्रयोग वर्जित है। मान्यता है कि देवी तुलसी ने भगवान गणेश से विवाह का प्रस्ताव रखा था, जिसे उन्होंने ठुकरा दिया। इस कारण से तुलसी का उपयोग गणेश पूजा में नहीं किया जाता है।


सफेद वस्तुएं

सफेद वस्तुएं चंद्रमा का प्रतीक मानी जाती हैं। एक बार चंद्रमा ने भगवान गणेश का मजाक उड़ाया था, जिससे नाराज होकर गणेश जी ने चंद्रमा को श्राप दिया। इसलिए, सफेद चीजों का उपयोग गणेश पूजा में वर्जित है।


बासी फूल और फल

बासी फूल और फल भगवान गणेश को अर्पित नहीं करने चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इनका उपयोग दरिद्रता लाता है और इससे वास्तुदोष भी उत्पन्न होता है।


केतकी के फूल

केतकी के फूल भगवान शिव और गणेश की पूजा में वर्जित माने जाते हैं। कहा जाता है कि इन फूलों को भगवान शिव का श्राप मिला हुआ है, इसलिए इन्हें गणेश जी को अर्पित नहीं किया जाता। इसके बजाय, पीले या लाल फूल अर्पित करने चाहिए। गुड़हल का फूल भगवान गणेश को बहुत प्रिय है।


खंडित चावल के दाने

भगवान गणेश की पूजा में खंडित चावल का उपयोग नहीं करना चाहिए। पूजा में साबूत चावल के दाने ही प्रयोग करने चाहिए और उन्हें गीला करके अर्पित करना चाहिए।


जानकारी का स्रोत

डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र पर आधारित है और केवल सूचना के लिए प्रस्तुत की गई है।