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गुप्त नवरात्रि 2025: जानें शुभ मुहूर्त और राहुकाल

26 जून 2025 को आषाढ़ गुप्त नवरात्रि का शुभारंभ हो रहा है। इस दिन कई शुभ संयोग बन रहे हैं, जो नए कार्यों की शुरुआत के लिए अनुकूल हैं। जानें इस दिन के विशेष मुहूर्त, राहुकाल, और नक्षत्रों की स्थिति के बारे में। साथ ही, माँ दुर्गा की पूजा के उपाय भी जानें।
 

गुप्त नवरात्रि का शुभारंभ

Panchang 26 June 2025: गुप्त नवरात्रि का शुभारंभ: 26 जून 2025 का दिन सितारों के अद्भुत मेल के साथ आ रहा है! आज से आषाढ़ गुप्त नवरात्रि की शुरुआत हो रही है, जिसमें कई शुभ संयोग बन रहे हैं। यदि आप कोई नया कार्य आरंभ करना चाहते हैं, पूजा-पाठ करना चाहते हैं, या शुभ मुहूर्त की तलाश में हैं, तो आज का पंचांग आपके लिए सभी उत्तर लेकर आया है। लेकिन ध्यान रखें! राहुकाल और अशुभ समय को नजरअंदाज न करें, अन्यथा आपके कार्य में बाधा आ सकती है। आइए, इस विशेष दिन के शुभ-अशुभ मुहूर्त, नक्षत्र, और सूर्य-चंद्र के समय को जानते हैं।


शुभ मुहूर्त: महत्वपूर्ण समय

आज से आषाढ़ गुप्त नवरात्रि की शुरुआत हो रही है, जो माँ दुर्गा की साधना के लिए विशेष मानी जाती है। शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि और ध्रुव योग का संयोग आज के दिन को और भी शक्तिशाली बना रहा है। सुबह 8:49 तक आर्द्रा नक्षत्र और फिर पुनर्वसु नक्षत्र का प्रभाव रहेगा। ये समय पूजा-पाठ, मंत्र जाप और नए काम शुरू करने के लिए बेहद शुभ है। माँ दुर्गा की कृपा पाने के लिए आज घर में दीप जलाएँ और नवरात्रि की शुरुआत करें। लेकिन ध्यान दें, दक्षिण दिशा में यात्रा करने से बचें, क्योंकि आज दिशा शूल उसी ओर है।


राहुकाल और अशुभ समय: सावधानी बरतें

हर शुभ कार्य से पहले अशुभ समय का ध्यान रखना आवश्यक है। आज राहुकाल दोपहर 2:09 से शाम 3:52 तक रहेगा। इस दौरान कोई नया काम, यात्रा या लेन-देन शुरू न करें। गुलिक काल सुबह 8:50 से 10:36 तक और यमगंड काल दोपहर 12:21 से 2:08 तक रहेगा। इन समयों में सावधानी बरतें, क्योंकि ये अवधि कार्यों में बाधा डाल सकती है। अगर जरूरी हो, तो इन समयों से पहले या बाद में ही काम शुरू करें।


सूर्य-चंद्र और नक्षत्र: सितारों का खेल

आज सूर्य मिथुन राशि में विराजमान हैं, और सूर्योदय सुबह 5:21 बजे होगा, जबकि सूर्यास्त शाम 7:20 बजे। चंद्रमा मिथुन राशि में रात 1:37 तक रहेगा, फिर कर्क राशि में प्रवेश करेगा। चंद्रोदय रात 9:52 बजे और चंद्रास्त सुबह 10:40 बजे होगा। आर्द्रा नक्षत्र सुबह 8:49 तक रहेगा, फिर पुनर्वसु नक्षत्र शुरू होगा। ध्रुव योग रात 11:41 तक और फिर व्याघात योग लगेगा। चंद्रबल वृष, कर्क, कन्या, तुला, मकर और कुंभ राशियों के लिए शुभ है। ताराबल मेष, मिथुन, सिंह, तुला, वृश्चिक, धनु और कुंभ राशियों को मिलेगा।


उपाय

उपाय: माँ दुर्गा की पूजा करें और नवरात्रि के पहले दिन लाल फूल और चंदन अर्पित करें।