ड्राइंग रूम में न रखें ये 5 चीजें, वरना आएगा दुर्भाग्य
वास्तु टिप्स: ड्राइंग रूम की सजावट
वास्तु टिप्स: ड्राइंग रूम वह स्थान है, जहां मेहमानों का स्वागत किया जाता है और परिवार के सदस्य एक साथ समय बिताते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार, ड्राइंग रूम की सजावट और फर्नीचर का सही स्थान सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देता है, जिससे घर में सुख, शांति और समृद्धि का संचार होता है।
हालांकि, कुछ वस्तुएं ऐसी हैं, जिनका ड्राइंग रूम में होना नकारात्मक ऊर्जा को आमंत्रित कर सकता है। आइए जानते हैं कि कौन सी चीजें हैं, जिन्हें इस स्थान पर रखने से बचना चाहिए।
टूटा-फूटा या खराब फर्नीचर
वास्तु शास्त्र के अनुसार, टूटा-फूटा या खराब फर्नीचर नकारात्मक ऊर्जा का संकेत है। ड्राइंग रूम में यदि कोई टूटा हुआ सोफा, कुर्सी या मेज है, तो यह मेहमानों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है और आर्थिक तंगी या रिश्तों में खटास का कारण बन सकता है।
हिंसक या दुखद चित्र और मूर्तियां
ड्राइंग रूम में युद्ध, हिंसा या दुखद दृश्यों वाले चित्र और मूर्तियों को नहीं रखना चाहिए। जैसे शेर का शिकार करते हुए चित्र या टूटी हुई मूर्तियां नकारात्मकता को बढ़ावा देती हैं। वास्तु के अनुसार, ऐसे चित्र मानसिक अशांति और तनाव पैदा करते हैं, जो घर के माहौल को खराब कर सकते हैं। इसके बजाय, प्राकृतिक दृश्य, फूल, पक्षी या शांतिपूर्ण चित्र लगाना चाहिए, जैसे नदियां, पहाड़ या भगवान की तस्वीरें।
कांटेदार पौधे या सूखे फूल
वास्तु शास्त्र में ड्राइंग रूम में कांटेदार पौधे जैसे कैक्टस या सूखे फूल रखना अशुभ माना जाता है। ये पौधे नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करते हैं। कांटेदार पौधे रिश्तों में तनाव और सूखे फूल मृत ऊर्जा का प्रतीक होते हैं। इस स्थान पर हरे-भरे पौधे जैसे मनी प्लांट, बांस या ताजे फूलों का गुलदस्ता रखना चाहिए।
पुराने या बेकार इलेक्ट्रॉनिक सामान
पुराने, खराब टीवी, रेडियो या अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान जो काम नहीं करते, उन्हें ड्राइंग रूम में नहीं रखना चाहिए। वास्तु के अनुसार, ये सामान नकारात्मक ऊर्जा का स्रोत बनते हैं और प्रगति में रुकावट और आर्थिक नुकसान का कारण बन सकते हैं।
दर्पण की गलत दिशा
वास्तु शास्त्र में ड्राइंग रूम में दर्पण को मुख्य द्वार के सामने या गलत दिशा में रखना अशुभ माना जाता है। इससे सकारात्मक ऊर्जा बाहर चली जाती है। दर्पण को उत्तर या पूर्व दिशा की दीवार पर लगाना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि यह मुख्य द्वार के सामने न हो।
निष्कर्ष
नोट: यहां दी गई जानकारी वास्तु शास्त्र पर आधारित है और केवल सूचना के लिए प्रस्तुत की गई है।