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दिल्ली का प्रीत विहार गुफा मंदिर: एक अद्वितीय धार्मिक स्थल

दिल्ली के प्रीत विहार में स्थित गुफा मंदिर एक अद्वितीय धार्मिक स्थल है, जहां भक्तों को मां वैष्णों देवी की गुफा का अनुभव होता है। इस मंदिर की लंबाई 140 फीट है और यहां भैरव बाबा के दर्शन भी संभव हैं। 1997 से यहां अखंड ज्योति जल रही है, जो ज्वाला देवी मंदिर से लाई गई है। मंदिर में मन्नत वाला पेड़ भी है, जहां लोग अपनी मनोकामनाएं बांधते हैं। जानें इस मंदिर के खुलने का समय और अन्य विशेषताएँ।
 

दिल्ली के प्राचीन मंदिरों में प्रीत विहार गुफा मंदिर

दिल्ली में कई प्रसिद्ध और ऐतिहासिक मंदिर हैं, जिनमें भक्तों की गहरी आस्था है। कालकाजी और छतरपुर मंदिर के अलावा, प्रीत विहार में स्थित गुफा वाला मंदिर भी विशेष है। इस मंदिर में मां वैष्णों देवी की गुफा की तर्ज पर एक गुफा बनाई गई है, जिसकी लंबाई 140 फीट है। यहां आने वाले भक्तों को वैष्णों देवी की गुफा का अनुभव मिलता है। इस लेख में हम प्रीत विहार के गुफा मंदिर की विशेषताओं के बारे में चर्चा करेंगे।


गुफा मंदिर की विशेषताएँ

इस मंदिर को गुफा मंदिर कहा जाता है क्योंकि इसका रास्ता गुफानुमा है। यहां भक्तों को मां के पिंडी रूप में दर्शन होते हैं, जिससे वैष्णों देवी मंदिर का एहसास होता है।



भैरव बाबा के दर्शन
इस मंदिर में वैष्णों देवी के साथ-साथ भैरव बाबा के भी दर्शन संभव हैं। इसका निर्माण 1987 में स्थानीय लोगों के सहयोग से हुआ था।


अखंड ज्योति और ज्योतिर्लिंग

प्रीत विहार गुफा मंदिर दिल्ली के प्रमुख माता मंदिरों में से एक है। यहां 1997 से अखंड ज्योति जल रही है, जो ज्वाला देवी मंदिर से लाई गई ज्योत से प्रज्वलित की गई थी।


इस मंदिर में भक्त 12 ज्योतिर्लिंगों और 111 शिवलिंगों के दर्शन कर सकते हैं।


मन्नत वाला पेड़

मंदिर में एक मन्नत वाला पेड़ भी है, जहां लोग अपनी मन्नत की चुनरी बांधते हैं। जब उनकी मनोकामना पूरी होती है, तो वे चुनरी खोल देते हैं। यहां सुबह 5 बजे से मां का 16 फूलों का श्रृंगार किया जाता है।


मंदिर के खुलने का समय

नवरात्रि के दौरान, मंदिर सुबह 5 बजे से रात 12 बजे तक खुला रहता है। सामान्य दिनों में, यह सुबह 5 बजे से दोपहर 12 बजे और फिर शाम 4 बजे से रात 9 बजे तक खुला रहता है।