नया घर बनाते समय वास्तु के महत्वपूर्ण टिप्स
नया घर बनवाने के दौरान वास्तु के नियमों का पालन करना आवश्यक है। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि कैसे मुख्य द्वार का आकार, प्लॉट का आकार और फर्श का निर्माण आपके घर की खुशहाली और समृद्धि में योगदान कर सकता है। जानें महत्वपूर्ण वास्तु टिप्स जो आपके नए घर को बेहतर बनाएंगे।
Sep 24, 2025, 11:51 IST
घर निर्माण में वास्तु का महत्व
जब आप नया घर बनवाने की योजना बनाते हैं, तो कई महत्वपूर्ण पहलुओं पर ध्यान देना आवश्यक होता है। इसमें वास्तु के नियमों का पालन करना भी शामिल है। घर के मुख्यद्वार, पिलर, फर्श, बाथरूम और प्लॉट का आकार जैसे तत्वों का ध्यान रखना चाहिए। इसलिए, घर बनाने से पहले एक वास्तु विशेषज्ञ से सलाह लेना बेहद जरूरी है। यदि घर को वास्तु के अनुसार बनाया जाए, तो यह घर में खुशहाली और समृद्धि लाने में मदद करता है। आइए जानते हैं कि घर बनाते समय वास्तु के किन-किन पहलुओं पर ध्यान देना चाहिए।
नया घर बनवाने के लिए वास्तु टिप्स
मुख्य द्वार का आकार
घर का मुख्य द्वार सबसे बड़ा होना चाहिए, और इससे बड़ा कोई अन्य द्वार नहीं होना चाहिए। यह द्वार उच्च गुणवत्ता वाली लकड़ी से बना होना चाहिए और अन्य दरवाजों से ऊंचा होना चाहिए। मुख्य द्वार का डिज़ाइन भी आकर्षक होना चाहिए, और इसे सुंदर नेमप्लेट और शुभ तोरण से सजाना चाहिए। ध्यान दें कि सभी दरवाजे अंदर की ओर खुलने चाहिए।
प्लॉट का आकार
प्लॉट का आकार
वास्तु के अनुसार, जिस प्लॉट पर घर का निर्माण हो रहा है, उसका आकार वर्गाकार या आयताकार होना चाहिए। यह चारों दिशाओं से सीधा होना चाहिए, और लंबाई-चौड़ाई का अनुपात 1:1, 1:1.5 या अधिकतम 1:2 होना चाहिए। यदि आप पिलर का निर्माण कर रहे हैं, तो ध्यान रखें कि पिलर की संख्या सम होनी चाहिए, विषम नहीं। घर में खिड़कियों और दरवाजों के लिए पर्याप्त जगह होनी चाहिए ताकि धूप और हवा अच्छे से आ सके।
फर्श का निर्माण
फर्श कैसा हो
वास्तु के अनुसार, घर में पानी के प्रवाह के लिए फर्श का ढाल उत्तर-पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए। फर्श का स्तर समान होना चाहिए, और घर के निर्माण की शुरुआत दक्षिण दिशा से करनी चाहिए।