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नवरात्रि 2025: देवी दुर्गा को प्रिय सुगंधों का महत्व

नवरात्रि 2025 का पर्व देवी दुर्गा की आराधना का समय है, जिसमें उनकी प्रिय सुगंधों का विशेष महत्व है। जानें कस्तूरी, अगर, चंदन, केसर, कमल और चमेली के फूलों की सुगंध कैसे आपके पूजा अनुभव को समृद्ध कर सकती हैं। यह जानकारी आपको नवरात्रि के दौरान देवी के आशीर्वाद को आकर्षित करने में मदद करेगी।
 

Shardiya Navratri 2025

Shardiya Navratri 2025: नवरात्रि का यह पर्व केवल देवी दुर्गा की आराधना का समय नहीं है, बल्कि उनके आशीर्वाद को अपने घरों में लाने का भी अवसर है। हर भक्त देवी को प्रसन्न करने की कोशिश करता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि उन्हें कौन सी सुगंध सबसे अधिक पसंद है? शास्त्रों और प्राचीन ग्रंथों के अनुसार, पूजा में उपयोग की जाने वाली सुगंधों का विशेष महत्व होता है।


कस्तूरी और अगर: कस्तूरी और अगर की सुगंध देवी दुर्गा को विशेष रूप से प्रिय मानी जाती है। यह माना जाता है कि अगर की गहरी और लंबे समय तक रहने वाली सुगंध घर में सकारात्मक ऊर्जा लाती है और भक्त को मानसिक शांति प्रदान करती है। नवरात्रि के दौरान अगर की धूप जलाने से देवी का भरपूर आशीर्वाद प्राप्त होता है।


चंदन


चंदन की सुगंध न केवल घर को ठंडा और शांत करती है, बल्कि देवी दुर्गा की कृपा प्राप्त करने का एक महत्वपूर्ण साधन भी है। कहा जाता है कि चंदन का लेप लगाना और चंदन जलाना दिव्य दृष्टि और आशीर्वाद प्रदान कर सकता है।


केसर


केसर का उपयोग केवल पूजा में ही नहीं, बल्कि यह मानसिक शक्ति और ऊर्जा को भी बढ़ाता है। नवरात्रि के दौरान देवी दुर्गा को केसर अर्पित करना शुभ माना जाता है, जिससे आध्यात्मिक ऊर्जा में वृद्धि होती है और यह अर्पण और भी प्रभावशाली बन जाता है।


कमल और चमेली के फूल


देवी को फूलों की प्राकृतिक सुगंध बहुत प्रिय है, विशेषकर कमल और चमेली के फूल। ये फूल घर में पवित्रता और सकारात्मक ऊर्जा लाते हैं, जो इन्हें नवरात्रि उत्सव के लिए आदर्श बनाते हैं।


धूप और गुगुल


धूप और गुगुल की सुगंध न केवल वातावरण को शुद्ध करती है, बल्कि घर को देवी के लिए एक उपयुक्त निवास स्थान भी बनाती है। ये सुगंध प्रार्थना और ध्यान के केंद्र को तीव्र करती हैं, जिससे देवी दुर्गा की दिव्य उपस्थिति आकर्षित होती है।