पिठोरी अमावस्या 2025: पितरों के लिए प्रभावशाली उपाय
पिठोरी अमावस्या का महत्व
Pithori Amavasya 2025 Upay: साल की 12 अमावस्या में पिठोरी अमावस्या का विशेष महत्व है, जब पितरों को प्रसन्न करने के लिए तर्पण और श्राद्ध कर्म किए जाते हैं। इस दिन पवित्र नदी में स्नान करना और जरूरतमंदों को दान देना शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन की गई पूजा सीधे पितरों तक पहुंचती है, जिससे वे संतुष्ट होते हैं। वर्ष 2025 में पिठोरी अमावस्या 22 और 23 अगस्त को मनाई जाएगी, लेकिन तर्पण, पिंडदान, श्राद्ध कर्म और स्नान-दान आदि कार्य 22 अगस्त 2025 को करना अधिक शुभ रहेगा। आइए जानते हैं पिठोरी अमावस्या की रात के लिए तीन प्रभावशाली उपायों के बारे में।
पिठोरी अमावस्या के उपाय
- पितृ दोष से मुक्ति पाने का उपाय
धार्मिक मान्यता के अनुसार, पिठोरी अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ में पितरों का वास होता है। इसलिए इस दिन पीपल की पूजा करें और उसके पास घी के दो दीपक जलाएं। दीप जलाने के बाद पेड़ की सात बार परिक्रमा करें और 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' मंत्र का जाप करें। साथ ही, पितरों से अपनी गलतियों के लिए माफी मांगें और स्वस्थ जीवन की कामना करें। ऐसा करने से आपके पितृ प्रसन्न होंगे और पितृ दोष से मुक्ति मिलेगी।
नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति पाने का उपाय
- नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति पाने का उपाय
पिठोरी अमावस्या की रात देवी-देवताओं की पूजा करने के बाद घर के मुख्य द्वार के कोने पर एक-एक सरसों के तेल के दीपक जलाएं। कुछ समय के लिए दीपक को द्वार पर रखें। फिर दीपक में से कुछ तेल लेकर घर के हर कमरे में छिड़क दें। इससे घर में मौजूद नकारात्मक ऊर्जा का नाश होगा और घरवालों की सेहत और रिश्तों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
शनि दोष से मुक्ति पाने का उपाय
- शनि दोष से मुक्ति पाने का उपाय
पिठोरी अमावस्या की रात शनि देव की पूजा करना भी शुभ रहता है। इसलिए सूर्यास्त के बाद शनि मंदिर जाएं। वहां जाकर शनि देव को प्रणाम करें। उनके पास सरसों के तेल का एक दीपक जलाएं और काले तिल अर्पित करें। इस दौरान तीन बार शनि मंत्र का जाप करें। ऐसा करने से आपको शनि दोष और पितृ दोष दोनों से मुक्ति मिल सकती है।