पूर्णिमा 2025: श्रावण पूर्णिमा का महत्व और राशियों पर प्रभाव
पूर्णिमा का महत्व
पूर्णिमा 2025: सनातन धर्म में पूर्णिमा का दिन विशेष महत्व रखता है। इस दिन व्रत रखा जाता है और चंद्र देव की पूजा की जाती है। हर महीने शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को यह व्रत किया जाता है। इस दिन चंद्र देव अपने सम्पूर्ण रूप में प्रकट होते हैं। यदि कोई व्यक्ति इस दिन सच्चे मन से पूजा करता है, तो उसे पापों से मुक्ति और मानसिक शांति प्राप्त होती है। द्रिक पंचांग के अनुसार, इस बार 8 अगस्त 2025 को दोपहर 2:12 बजे से लेकर 9 अगस्त को 1:24 बजे तक श्रावण माह की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि रहेगी। इस प्रकार, 9 अगस्त 2025 को श्रावण पूर्णिमा का व्रत रखा जाएगा। वहीं, 09 अगस्त को शाम 7:21 बजे चंद्रोदय होने की संभावना है।
चंद्रमा की स्थिति और राशियों पर प्रभाव
इस दिन चंद्र देव मकर राशि में श्रवण और धनिष्ठा नक्षत्र में संचार करेंगे। आइए जानते हैं कि पूर्णिमा पर चंद्रमा की स्थिति का 12 राशियों के जीवन पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
शुभ प्रभाव
शुभ प्रभाव
श्रावण पूर्णिमा पर चंद्र के पूर्ण रूप में प्रकट होने से वृषभ, कर्क, कन्या, वृश्चिक, धनु और मीन राशि के जातकों को विशेष लाभ मिलने की संभावना है।
- आर्थिक स्थिति
वित्तीय मामलों में सफलता मिलने से धन संकट का सामना नहीं करना पड़ेगा। इसके अलावा, लोन समय से पहले चुकता हो जाएगा। नए साझेदारों के साथ व्यापार में लाभ होगा और जमीन खरीदने का मन भी बन सकता है।
- सेहत
यदि नियमित रूप से हरी सब्जियां खाई जाएं, तो पेट की समस्याएं नहीं होंगी। योग करने से मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होगा। गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोगों के स्वास्थ्य में भी सुधार की संभावना है।
- प्रेम जीवन
सिंगल जातकों की किसी पुराने मित्र से मुलाकात हो सकती है, जिससे खुशी मिलेगी। वहीं, जिनका घर बस चुका है, उनके रिश्तों में सुधार होगा। वाणी में मधुरता आने से लोग आपकी ओर आकर्षित होंगे और आपके साथ समय बिताने की इच्छा भी जाहिर कर सकते हैं।
अशुभ प्रभाव
अशुभ प्रभाव
पूर्णिमा पर चंद्र के मकर राशि में संचार के दौरान मेष, मिथुन, सिंह, तुला, मकर और कुंभ राशि के जातकों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आने की संभावना नहीं है।
- आर्थिक स्थिति
व्यापार में नुकसान होने की संभावना है। समय पर कर्ज न चुकाने के कारण ब्याज बढ़ सकता है। गलत साझेदारों के साथ जुड़ने से बड़ी मुश्किल में फंसने का खतरा है।
- सेहत
सही डाइट का पालन न करने से युवाओं की तबीयत खराब हो सकती है। बच्चों को गले से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं, जबकि बुजुर्गों को कमर और पैर में दर्द का सामना करना पड़ सकता है।
- प्रेम जीवन
सिंगल जातकों के जीवन में प्यार की संभावना कम है। घरवालों से छोटी-मोटी बातों पर बहस हो सकती है। विवाहित कपल के बीच मतभेद बढ़ सकते हैं, जिससे घर में तनाव का माहौल रहेगा।