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फिल्मी करियर छोड़ IAS बनीं एचएस कीर्तना की प्रेरणादायक यात्रा

एचएस कीर्तना ने अपने फिल्मी करियर को छोड़कर IAS बनने का साहसिक निर्णय लिया। उनकी यात्रा में कई चुनौतियाँ थीं, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। यूपीएससी परीक्षा में सफलता प्राप्त कर, वे अब देश की सेवा कर रही हैं। उनकी कहानी उन सभी के लिए प्रेरणा है जो अपने सपनों को पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं। जानें कैसे उन्होंने अपने सपनों को साकार किया।
 

फिल्मी दुनिया को अलविदा कहकर IAS बनीं एचएस कीर्तना

एचएस कीर्तना ने अभिनय छोड़कर IAS बनने का लिया निर्णय: फिल्म इंडस्ट्री की चकाचौंध और प्रसिद्धि को छोड़कर देश की सेवा का मार्ग चुनना हर किसी के लिए आसान नहीं है। प्रसिद्ध अभिनेत्री एचएस कीर्तना ने ऐसा अनोखा कदम उठाया। उन्होंने ग्लैमर की दुनिया को छोड़कर यूपीएससी जैसी चुनौतीपूर्ण परीक्षा को पास किया और अब एक IAS अधिकारी के रूप में देश की सेवा कर रही हैं। उनकी यह प्रेरणादायक कहानी हर किसी को अपने सपनों को पूरा करने का हौसला देती है।  


एचएस कीर्तना ने केवल चार साल की उम्र में अभिनय की दुनिया में कदम रखा। साउथ सिनेमा और टीवी इंडस्ट्री में उन्होंने अपनी प्रतिभा से सभी का दिल जीता। 'कर्पूरदा गोम्बे', 'गंगा-यमुना', 'उपेंद्र', 'कनूर हेग्गादती', 'सर्किल इंस्पेक्टर', 'ओ मल्लिगे', 'लेडी कमिश्नर', 'हब्बा', 'डोर', 'सिम्हाद्रि और जननी', 'चिगुरु' और 'पुतानी एजेंट' जैसी फिल्मों और धारावाहिकों में उनकी अदाकारी को सराहा गया। करियर के शिखर पर होने के बावजूद, उन्होंने अभिनय को छोड़ने का साहसिक निर्णय लिया।  


फिल्मी करियर छोड़कर IAS बनने की यात्रा

फिल्मी दुनिया छोड़ बनीं IAS 


फिल्मी करियर में नाम और प्रसिद्धि पाने के बाद, कीर्तना ने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू की। यह सफर आसान नहीं था। उन्होंने पांच बार असफलता का सामना किया, लेकिन हार नहीं मानी। छठे प्रयास में, 2020 में, उन्होंने यूपीएससी परीक्षा पास की और 167वीं रैंक हासिल कर IAS अधिकारी बनीं। उनकी मेहनत और समर्पण ने यह साबित कर दिया कि दृढ़ इच्छाशक्ति से कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं होता।  


आज के समय में, जब लोग जोखिम लेने से कतराते हैं, कीर्तना ने सुपरस्टार बनने के अवसर को ठुकराकर सरकारी नौकरी का रास्ता चुना। यह निर्णय कई लोगों के लिए चौंकाने वाला था। लेकिन कीर्तना ने अपने सपने को हकीकत में बदलकर दिखाया। उनकी कहानी उन युवाओं के लिए प्रेरणा है जो अपने लक्ष्यों से भटक जाते हैं।  


देश की सेवा में समर्पित

देश की सेवा में समर्पित


IAS अधिकारी बनने के बाद, एचएस कीर्तना अब प्रशासनिक क्षेत्र में अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभा रही हैं। उन्होंने यह साबित किया है कि मेहनत और सही दिशा में किया गया प्रयास कभी व्यर्थ नहीं जाता। उनकी इस उपलब्धि ने न केवल उनके प्रशंसकों को गर्व महसूस कराया, बल्कि यह भी दिखाया कि सपने कितने भी बड़े हों, उन्हें पूरा किया जा सकता है।