बड़ा मंगल: हनुमान जी की पूजा से पाएं जीवन में खुशहाली और सफलता
धार्मिक महत्व और हनुमान जी का वरदान
धार्मिक न्यूज. ज्येष्ठ माह का पांचवा और अंतिम बड़ा मंगल एक गहरा धार्मिक और पौराणिक महत्व रखता है। इस दिन को हनुमान जी को अमरत्व का वरदान मिलने का दिन माना जाता है। कहा जाता है कि त्रेतायुग में इसी दिन हनुमान जी ने प्रभु श्रीराम की सेवा की थी। एक कथा के अनुसार, जब भीम अपने बल पर घमंड करने लगे, तब हनुमान जी बूढ़े वानर के रूप में प्रकट हुए और भीम का घमंड तोड़ दिया। इस दिन हनुमान मंदिरों में भक्तों की भीड़ होती है, जहां सभी श्रद्धा से हनुमान जी की पूजा करते हैं। इस विशेष दिन हनुमान जी के चरणों में कलावा अर्पित करें और सिंदूर लेकर माथे पर तिलक लगाएं। कलावे का धागा कलाई पर बांधने से सभी बाधाएं दूर होती हैं और जीवन के कार्य सफल होते हैं।
खुशहाली के लिए माला और भोग
चमेली के फूलों से माला बनाकर उसे हनुमान मंदिर में चढ़ाएं और धूपबत्ती जलाकर सुख-समृद्धि की प्रार्थना करें। इससे जीवन में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। हनुमान जी को पान का बीड़ा और बेसन या बूंदी के लड्डू भोग के रूप में अर्पित करें। ये उपाय करियर में आ रही बाधाओं को दूर करने और सफलता दिलाने में सहायक होते हैं।
मंत्रों का प्रभाव
बड़े मंगल के दिन हनुमान चालीसा और बजरंग बाण का पाठ सात बार करना चाहिए। इससे जीवन में आने वाली सभी विपत्तियां और संकट समाप्त हो जाते हैं। मंदिर जाकर हनुमान जी को नारियल अर्पित करें और लाल रंग का ध्वज चढ़ाएं। लाल ध्वज हनुमान जी की शक्ति और साहस का प्रतीक है। ऐसा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और जीवन में नई ऊर्जा का संचार होता है।
नई उम्मीद का दिन
जो लोग जीवन की परेशानियों का सामना कर रहे हैं, उनके लिए बड़ा मंगल एक नई उम्मीद लेकर आता है। यह दिन केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि आस्था और समर्पण की शक्ति का प्रतीक है। कई भक्तों ने इस दिन के उपायों से अपनी जिंदगी में अद्भुत बदलाव देखे हैं। इस दिन की पूजा से मानसिक शांति और सकारात्मकता भी मिलती है। चाहे मंदिर की भीड़ हो या घर पर की गई आराधना, बड़ा मंगल हर दिल को शक्ति और विश्वास से भर देता है।