बांके बिहारी मंदिर में मंगला आरती का अनोखा रहस्य
बांके बिहारी मंदिर, वृंदावन में भक्तों के लिए आस्था का एक प्रमुख केंद्र है। यहाँ मंगला आरती का आयोजन नहीं होता है, जिसका कारण पौराणिक कथाओं में छिपा है। जानें इस रहस्य के बारे में और विशेष अवसर पर होने वाली मंगला आरती के बारे में। साथ ही, मंदिर के दर्शन का समय भी जानें।
Aug 12, 2025, 17:31 IST
बांके बिहारी मंदिर: आस्था का केंद्र
वृंदावन धाम का बांके बिहारी मंदिर भक्तों के लिए आस्था का एक महत्वपूर्ण स्थल है। यहाँ रोजाना और विशेष त्योहारों पर भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिलती है। इस मंदिर से जुड़े कई रहस्य हैं, जिनमें से एक है मंगला आरती का आयोजन न होना। क्या आप जानते हैं कि बांके बिहारी मंदिर में मंगला आरती क्यों नहीं होती?
मंगला आरती न होने का कारण
पौराणिक मान्यता के अनुसार, बांके बिहारी मंदिर में मंगला आरती का आयोजन नहीं किया जाता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि रात के समय भगवान बांके बिहारी निधिवन में गोपियों के साथ रास रचाते हैं। वे रात के तीसरे पहर में मंदिर लौटते हैं, जहाँ उनकी सेवा बाल स्वरूप में की जाती है। इसलिए उन्हें सुबह देर से उठाया जाता है।
विशेष अवसर पर मंगला आरती
साल में केवल एक बार, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर, बांके बिहारी मंदिर में मंगला आरती का आयोजन किया जाता है। इस आरती में बड़ी संख्या में भक्त शामिल होते हैं। जन्माष्टमी की रात, मध्यरात्रि में भगवान का अभिषेक किया जाता है, जिसके बाद मंगला आरती होती है। इस दिन भगवान निधिवन में रास रचाने नहीं जाते हैं।
मंदिर के दर्शन का समय
भक्त बांके बिहारी मंदिर में सुबह 08:45 बजे से दर्शन कर सकते हैं। दोपहर में मंदिर के पट 01 बजे तक बंद रहते हैं। शाम को, दर्शन का समय 04:30 बजे से लेकर रात 08:30 बजे तक है।