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बागेश्वर धाम में बारिश के कारण हादसे, पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की अपील

बागेश्वर धाम में हाल ही में हुई बारिश के कारण एक और हादसा हुआ, जिसमें एक महिला की मृत्यु हो गई और कई लोग घायल हुए। पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने लोगों से अपील की है कि वे गुरु पूर्णिमा के अवसर पर धाम न आएं, क्योंकि भारी बारिश के कारण स्थिति गंभीर हो सकती है। उन्होंने घर पर पूजा करने की सलाह दी है। जानें इस घटना के बारे में और क्या कहा पंडित शास्त्री ने।
 

बागेश्वर धाम में बारिश का कहर

Pandit Dhirendra Krishna Shastri: छतरपुर के बागेश्वर धाम में हाल के दिनों में लगातार बारिश हो रही है, जिससे स्थानीय लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। लगभग 5 दिन पहले यहां एक टेंट गिरने से एक बुजुर्ग महिला की मृत्यु हो गई थी। आज सुबह एक और दुर्घटना हुई, जब धर्मशाला की दीवार गिर गई, जिससे 11 लोग घायल हुए और एक महिला की जान चली गई।


स्थानीय पुलिस और प्रशासन ने तुरंत घायलों को अस्पताल पहुंचाया, जहां उनका इलाज जारी है। बागेश्वर धाम में हो रही लगातार घटनाओं को देखते हुए, पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने लोगों से अपील की है।


गुरु पूर्णिमा का महोत्सव

बारिश के बीच उत्सव की तैयारी


बागेश्वर धाम सरकार के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो जारी किया गया है। इस वीडियो में पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि 'गुरु पूर्णिमा का महोत्सव शुरू हो चुका है। आज 7 तारीख को बड़ी संख्या में लोगों के आने की संभावना है। इसलिए हम सभी को सूचित कर रहे हैं कि बुंदेलखंड क्षेत्र के छतरपुर जिले में भारी बारिश हो रही है। अब तक 1 लाख लोग यहां पहुंच चुके हैं। जो लोग अभी नहीं आए हैं, उन्हें सलाह दी जाती है कि वे कुछ दिन बाद आएं, अन्यथा भीड़ बढ़ जाएगी।'


घर पर पूजा करने की सलाह

घर पर रहकर करें पूजा


उन्होंने आगे कहा, 'आप घर पर रहकर पादुका पूजन करें, भगवान का स्मरण करें और बागेश्वर बालाजी का ध्यान करें। हनुमान चालीसा का पाठ करें और जब बागेश्वर धाम आएं, तो पूजा सामग्री को बालाजी के चरणों में समर्पित करें। इससे आपकी गुरु पूर्णिमा की पूजा हो जाएगी और बारिश के कारण कोई परेशानी नहीं होगी।'


अंत में उन्होंने कहा, 'भीड़ को देखते हुए इस वीडियो को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाना आवश्यक है। अगले वर्ष लगभग 10 दिनों का गुरु पूर्णिमा उत्सव आयोजित किया जाएगा, जिससे आप गुरु हनुमान जी और बागेश्वर बालाजी की पादुका का पूजन कर सकेंगे।'