मां दुर्गा को लाल फूल चढ़ाने का महत्व और अर्थ
लाल रंग का महत्व
शक्ति और ऊर्जा का प्रतीक लाल रंग
मां दुर्गा को लाल फूल चढ़ाने का मुख्य कारण उनके शक्ति स्वरूप से जुड़ा है। पूजा स्थलों और घरों में देवी के चरणों में अक्सर लाल गुड़हल या गुलाब चढ़ाए जाते हैं। लाल रंग को शक्ति, साहस और ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है।
मां दुर्गा, जो राक्षसों का संहार करती हैं और संसार की रक्षा करती हैं, उनका स्वरूप तेज और उग्र होता है। इसलिए लाल रंग को उनके लिए प्रिय माना गया है, जो उनकी युद्ध शक्ति और भक्तों के प्रति प्रेम को दर्शाता है।
लाल फूलों का महत्व
पूजा में फूल चढ़ाना केवल एक परंपरा नहीं है, बल्कि यह भक्ति का प्रतीक है। जब हम किसी को फूल देते हैं, तो यह हमारे प्रेम और सम्मान का प्रतीक होता है। इसी तरह, देवी को फूल चढ़ाना हमारी आस्था को दर्शाता है। लाल गुड़हल का फूल विशेष रूप से मां दुर्गा को प्रिय है।
कहा जाता है कि इस फूल की चमक मां की शक्ति को दर्शाती है। यह फूल मां को जल्दी प्रसन्न करता है और उनकी कृपा पाने में मदद करता है।
क्या अन्य रंग के फूल नहीं चढ़ा सकते?
यह धारणा सही नहीं है कि केवल लाल फूल ही चढ़ाए जाएं। मां को गेंदे, चंपा, चमेली, जूही जैसे अन्य फूल भी चढ़ाए जा सकते हैं। मां कभी भी भक्तों की भक्ति को रंग से नहीं तोलती। यदि भाव सच्चा है, तो कोई भी फूल मां को समर्पित किया जा सकता है।
विशेष अवसरों जैसे नवरात्रि में लाल फूल चढ़ाने से मां की विशेष कृपा प्राप्त हो सकती है। इसलिए लाल फूल को थोड़ी अधिक मान्यता दी जाती है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि अन्य फूल वर्जित हैं।
पूजा में फूल चढ़ाने से शुभता और सकारात्मक ऊर्जा
पूजा में फूल चढ़ाने से घर में शुभता और सकारात्मक ऊर्जा आती है। विशेषकर लाल फूलों का प्रयोग करने से वातावरण में तेज और ऊर्जा बनी रहती है। यह न केवल पूजा को सफल बनाता है, बल्कि घर-परिवार में सुख-शांति और समृद्धि भी लाता है।