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मार्गशीर्ष माह में शंख पूजा का महत्व और विधि

मार्गशीर्ष माह में शंख पूजा का विशेष महत्व है। इस दौरान भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए शंख की पूजा की जाती है। जानें इस पूजा की विधि, सामग्री और धन लाभ के उपाय। यह माह सभी महीनों में सर्वोत्तम माना जाता है, जिसमें स्नान, दान और पूजा का विशेष महत्व है। शंख की पूजा से न केवल भक्त की इच्छाएं पूरी होती हैं, बल्कि घर में सुख-समृद्धि भी आती है।
 

मार्गशीर्ष माह में शंख पूजा का महत्व


मार्गशीर्ष माह में स्नान, दान और पूजा का महत्व
भगवान श्रीकृष्ण के प्रिय महीने मार्गशीर्ष की शुरुआत हो चुकी है। यह महीना सभी महीनों में सबसे श्रेष्ठ माना जाता है। इस दौरान स्नान, दान, दीपदान और पूजा का विशेष महत्व है। शंख की पूजा इस माह में विशेष रूप से महत्वपूर्ण मानी जाती है।


मान्यता है कि मार्गशीर्ष में विधिपूर्वक शंख की पूजा करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं और माता लक्ष्मी का स्थायी निवास होता है। आइए जानते हैं कि इस माह में शंख पूजा क्यों महत्वपूर्ण है, इसकी सामग्री क्या है और कौन से मंत्र का जाप करना चाहिए।


शंख पूजा का महत्व


  • श्री कृष्ण से संबंध: यह महीना भगवान श्री कृष्ण को प्रिय है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, इस माह में किसी भी शंख की पूजा करने से भक्त की सभी इच्छाएं पूरी होती हैं।

  • समुद्र मंथन का रत्न: विष्णु पुराण के अनुसार, शंख समुद्र मंथन से प्राप्त 14 रत्नों में से एक है। इसे तीर्थों का वास माना जाता है और इसका जल गंगाजल के समान पवित्र होता है।

  • लक्ष्मी प्राप्ति: शंख को माता लक्ष्मी का भाई माना जाता है। विशेष रूप से दक्षिणावर्ती शंख लक्ष्मी का रूप माना जाता है। इस माह में शंख पूजा से देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और घर में सुख-समृद्धि आती है।

  • पितरों को मोक्ष: मान्यता है कि इस माह में शंख से भगवान विष्णु का अभिषेक करने से पितरों को स्वर्ग में स्थान मिलता है।

  • सकारात्मकता का संचार: शंख की ध्वनि से घर का वातावरण शुद्ध होता है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।



शंख पूजन विधि एवं मंत्र

सुबह स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहनें। पूजा स्थल पर एक चौकी पर लाल या पीला वस्त्र बिछाकर शंख को रखें। शंख को कच्चे दूध और जल से स्नान कराएं। फिर इसे चांदी या तांबे के पात्र में स्थापित करें। शंख पर केसर और दूध के मिश्रण से श्री एकाक्षरी मंत्र लिखें।


घी का दीपक और अगरबत्ती जलाएं। कुमकुम, चावल, इत्र और सफेद पुष्प अर्पित करें। पूजा के बाद शंख में जल, पुष्प और अक्षत भरकर भगवान विष्णु को अर्घ्य दें। मार्गशीर्ष में शंख में दूध भरकर भगवान विष्णु का अभिषेक करने से विशेष लाभ मिलता है।


मार्गशीर्ष माह में धन लाभ के उपाय


  • तिजोरी में मोती शंख: मोती शंख में साबूत चावल भरकर एक सफेद कपड़े में लपेटकर तिजोरी में रखने से बरकत होती है।

  • शंख दान: इस माह में किसी विष्णु मंदिर में शंख का दान करना लाभदायक माना जाता है।

  • शंख में गंगाजल: दक्षिणावर्ती शंख में गंगाजल और केसर मिलाकर माता लक्ष्मी का अभिषेक करने से उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है।