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वृश्चिक संक्रांति पर अपनाएं ये विशेष उपाय

वृश्चिक संक्रांति एक महत्वपूर्ण अवसर है जब सूर्य देव वृश्चिक राशि में प्रवेश करते हैं। इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से आप सूर्य देव की कृपा प्राप्त कर सकते हैं, जिससे आपके करियर में उन्नति और मान-सम्मान में वृद्धि हो सकती है। जानें इस दिन के शुभ मुहूर्त और अपनाने योग्य उपाय, जैसे तांबे के लोटे से अर्घ्य देना और लाल वस्त्रों का दान करना। इस लेख में दिए गए मंत्रों का जप भी करें और सूर्य देव का आशीर्वाद प्राप्त करें।
 

सूर्य देव की कृपा से मिलेगी करियर में उन्नति


Vrishchik Sankranti Upaay, नई दिल्ली: सूर्य देव का 12 राशियों में प्रवेश साल में 12 संक्रांति का उत्सव मनाने का कारण बनता है। जब सूर्य वृश्चिक राशि में आते हैं, तो इसे वृश्चिक संक्रांति कहा जाता है। इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से सूर्य देव की कृपा प्राप्त हो सकती है, जिससे मान-सम्मान में वृद्धि होती है।


वृश्चिक संक्रांति के शुभ समय


  • वृश्चिक संक्रांति पुण्य काल: सुबह 7:45 से दोपहर 1:45 तक

  • वृश्चिक संक्रांति महा पुण्य काल: सुबह 11:52 से दोपहर 1:45 तक


इन उपायों को अवश्य करें

वृश्चिक संक्रांति के दिन एक तांबे के लोटे में जल भरकर उसमें रोली और लाल रंग के फूल मिलाकर सूर्य देव को अर्घ्य दें। इस दौरान ॐ सूर्याय नम: का जाप करें। इसके साथ निम्नलिखित मंत्र का भी जप करें:


एहि सूर्य सहस्त्रांशो तेजोराशे जगत्पते ।
अनुकम्पय मां देवी गृहाणा?र्घ्यं दिवाकर ।।


इससे सूर्य देव प्रसन्न होते हैं और साधक पर कृपा बनाए रखते हैं। यह उपाय कुंडली में सूर्य की स्थिति को मजबूत करता है और करियर व व्यवसाय में सफलता दिलाता है।


लाल वस्त्र और गुड़ का दान करें

इस दिन लाल रंग के वस्त्रों और गुड़ का दान करें। इसके अलावा, अपनी सामर्थ्यानुसार अन्न और धन का भी दान करें। इससे सूर्य देव का आशीर्वाद प्राप्त होता है।


इन मंत्रों का जप करें

1. ॐ सूर्यनारायणाय: नम:।


2. ऊँ घृणि सूर्याय नम:


सूर्य ग्रह के 12 मंत्र

ॐ आदित्याय नम:।


ॐ सूर्याय नम:।


ॐ रवेय नम:।


ॐ पूषणे नम:।


ॐ दिनेशाय नम:।


ॐ सावित्रे नम:।


ॐ प्रभाकराय नम:।


ॐ मित्राय नम:।


ॐ उषाकराय नम:।


ॐ भानवे नम:।


ॐ दिनमणाय नम:।


ॐ मातंर्डाय नम:।