वैकुंठ चतुर्दशी पर विशेष उपाय: भगवान विष्णु और शिव की पूजा
वैकुंठ चतुर्दशी, जो कि भगवान विष्णु और शिव की पूजा का विशेष दिन है, इस वर्ष 4 नवंबर को मनाई जा रही है। इस दिन कुछ खास उपायों के माध्यम से आप दोनों देवताओं की कृपा प्राप्त कर सकते हैं। जानें इस दिन के महत्व और पूजा विधि के बारे में, जिसमें गंगाजल से अभिषेक, कमल के फूल अर्पित करना और दीपदान करना शामिल है।
Nov 4, 2025, 12:23 IST
वैकुंठ चतुर्दशी का महत्व
भगवान विष्णु और शिव की पूजा का दिन
वैकुंठ चतुर्दशी हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण पर्व है, जो कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाता है। इस वर्ष यह पर्व 4 नवंबर को है। इस दिन भगवान विष्णु ने भगवान शिव को हजार कमल अर्पित किए थे, जिसके फलस्वरूप शिव जी ने उन्हें सुदर्शन चक्र दिया। इस दिन कुछ विशेष उपायों के माध्यम से आप भगवान विष्णु और महादेव की कृपा प्राप्त कर सकते हैं। उज्जैन में इसे हरि-हर मिलन के रूप में मनाया जाता है।
उपाय करने के लिए सुझाव
इन उपायों को करें
- गंगाजल से अभिषेक: सुबह जल्दी उठकर स्नान के बाद साफ कपड़े पहनें। फिर भगवान शिव और विष्णु का गंगाजल मिलाकर अभिषेक करें और विधिपूर्वक पूजा करें। विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ भी करें।
- कमल के फूल अर्पित करें: घर के मंदिर में घी का दीपक जलाएं और भगवान विष्णु को 1000 कमल के फूल अर्पित करें। इस दिन 'ऊँ नम: शिवाय' और 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' का जप करें।
- तुलसी दल अर्पित करें: इस दिन भगवान विष्णु को बेलपत्र और भगवान शिव को तुलसी दल अर्पित करें। इससे तरक्की के मार्ग खुलते हैं।
- दीपदान करें: शाम को नदी के किनारे जाकर 14 दीपक जलाएं। यह उपाय भगवान विष्णु और महादेव की कृपा प्राप्त करने का एक उत्तम तरीका है।