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शनिदेव की पूजा: जानें कैसे करें सही विधि

शनिदेव की पूजा करने से शनिदोष से मुक्ति मिलती है और जीवन में सुख-शांति बनी रहती है। इस लेख में शनिदेव की पूजा विधि, विशेष उपाय और सावधानियों के बारे में जानकारी दी गई है। जानें कैसे सही तरीके से शनिदेव की पूजा करें और उनके आशीर्वाद प्राप्त करें।
 

शनिदोष से मुक्ति का उपाय


शनिदेव की पूजा का महत्व
शनिवार के दिन शनिदेव की पूजा करने से शनिदोष से मुक्ति मिलती है और जीवन में सुख-शांति बनी रहती है। पूजा के दौरान ध्यान रखें कि शनिदेव की मूर्ति के पैरों को ही देखें, उनकी आंखों में नहीं।


पूजा विधि


  • शनिवार की सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें।

  • घर के मंदिर में शनिदेव की मूर्ति या चित्र स्थापित करें।

  • सरसों के तेल का दीपक जलाकर शनिदेव के सामने रखें।

  • उन्हें काले तिल, नीले फूल, सरसों का तेल, काला उड़द, लोहा, और गुड़ अर्पित करें।

  • ॐ शं शनैश्चराय नम: या ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम: का 108 बार जाप करें।

  • सुबह पीपल के पेड़ के नीचे जल चढ़ाएं और शाम को दीपक जलाएं।

  • शनि जयंती पर दान-पुण्य करना शुभ है, जैसे काले तिल या काले कंबल का दान।

  • शमी के पौधे की पूजा करना भी लाभकारी है।

  • पूजा के दौरान शांत और पवित्र व्यवहार बनाए रखें।


विशेष उपाय


  • शनिवार का व्रत रखें।

  • शनि चालीसा और स्तोत्र का पाठ करें।

  • गरीबों को भोजन कराएं।

  • शनिदेव के सामने सरसों के तेल का दीपक जलाएं।

  • पीपल के पेड़ के चारों ओर परिक्रमा करें।


सावधानियां


  • पूजा सूर्योदय से पहले या सूर्यास्त के बाद करें।

  • शनिवार और शनि जयंती पर पूजा विशेष फलदायी होती है।

  • पूजा सच्चे मन से करनी चाहिए।


महिलाओं के लिए पूजा विधि

महिलाएं भी शनिदेव की पूजा कर सकती हैं, लेकिन कुछ नियमों का पालन करना आवश्यक है।



  • महिलाओं को मूर्ति को स्पर्श नहीं करना चाहिए।

  • महिलाएं शनिदेव के सामने सरसों के तेल का दीपक जला सकती हैं।

  • शनिवार को काले वस्त्र, काले जूते, और काले तिल का दान कर सकती हैं।

  • महिलाएं मंत्रों का जाप कर सकती हैं।