शिवलिंग पर अर्पित करें ये पत्ते, जानें उनके महत्व और लाभ
Kaalchakra 8 अगस्त 2025
Kaalchakra Today 8 August 2025: देवी-देवताओं को प्रसन्न करने के लिए कई पवित्र वस्तुएं अर्पित की जाती हैं, जिनमें फूल और पत्ते शामिल हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार, कुछ विशेष पत्ते चढ़ाने से देवी-देवताओं की कृपा प्राप्त होती है। इसके साथ ही, यह ग्रह दोष, वास्तु दोष और जीवन की कई समस्याओं से मुक्ति दिलाने में सहायक होते हैं। विशेष रूप से, शिव जी को प्रसन्न करने के लिए आम के पत्ते, अशोक के पत्ते, धतूरा, अनार के पत्ते, बरगद के पत्ते, बेल के पत्ते, नीम के पत्ते, पीपल के पत्ते और आक के पत्ते अर्पित किए जाते हैं।
आक के पत्ते
यदि किसी के घर में अक्सर विवाद होते हैं या रिश्तों में तनाव बना रहता है, तो उन्हें शिवलिंग पर आक के फूल और पत्ते अर्पित करने चाहिए। धार्मिक मान्यता के अनुसार, आक के पौधे में भगवान गणेश का वास होता है, जो भोलेनाथ के पुत्र हैं। इसलिए, शिवलिंग पर आक के पत्ते अर्पित करना शुभ माना जाता है। इसके अलावा, घर के सामने आक का पौधा लगाना भी लाभकारी होता है, जिससे सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है और घर में चल रहे विवाद समाप्त होते हैं।
बेल के पत्ते
बेल पत्र का त्रिकोण आकार शिव जी के तीन नेत्रों का प्रतीक है। विवाहित जोड़े यदि हर सोमवार शिवलिंग पर बेल पत्र अर्पित करते हैं, तो उनके बीच प्रेम बढ़ता है। इसके अलावा, बेल के पेड़ के नीचे दीपक जलाने से ज्ञान की प्राप्ति होती है। शिवलिंग पर 3 से 11 बेल पत्र अर्पित करना शुभ माना जाता है।
बरगद के पत्ते
बरगद की छाल में भगवान विष्णु, जड़ में ब्रह्मा और शाखाओं में शिव जी का वास होता है। नियमित रूप से शिवलिंग पर बरगद के पत्ते अर्पित करने से रोगों से मुक्ति मिलती है और आयु संकट का भय कम होता है। बरगद के पेड़ में जल चढ़ाने से शिव और शनि दोनों देवताओं की कृपा प्राप्त होती है।
अन्य पत्तों का महत्व
यदि आप आम के पत्ते, अशोक के पत्ते, धतूरा, नीम के पत्ते और पीपल के पत्ते अर्पित करने के लाभ और महत्व के बारे में जानना चाहते हैं, तो ऊपर दिए गए वीडियो को देखें।