शेफाली जरीवाला की मौत: एंटी-एजिंग दवाओं के संभावित खतरे
शेफाली जरीवाला की अचानक मौत
शेफाली जरीवाला की मृत्यु का कारण: बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री शेफाली जरीवाला का निधन सभी के लिए एक सदमा था। उनकी उम्र केवल 42 वर्ष थी और वे अपनी सेहत के प्रति काफी जागरूक रहती थीं। प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, उन्हें कार्डियक अरेस्ट आया था। हालांकि, पुलिस की जांच में उनके कमरे से एंटी-एजिंग दवाएं भी मिली हैं। उनके पति, पराग त्यागी ने बताया कि शेफाली पिछले आठ वर्षों से इन दवाओं का सेवन कर रही थीं। इसके अतिरिक्त, वे मिर्गी की बीमारी से भी ग्रस्त थीं। एंटी-एजिंग दवाओं के बारे में यह सवाल उठता है कि क्या ये दवाएं हानिकारक हो सकती हैं और किसके लिए सबसे अधिक जोखिम भरी हो सकती हैं। आइए, इस पर चर्चा करते हैं।
विशेषज्ञों की राय
मैक्स अस्पताल पटपड़गंज के कार्डियक विभाग के वरिष्ठ चिकित्सक, डॉ. वैभव मिश्रा का कहना है कि इन दवाओं का लंबे समय तक सेवन करने से शरीर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं। एंटी-एजिंग दवाएं विभिन्न प्रकार की होती हैं और हर दवा का प्रभाव अलग-अलग हो सकता है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि व्यक्ति कौन सा सप्लीमेंट ले रहा है और कब से।
दवाओं के प्रभाव
कोलेजन सप्लीमेंट: यह सप्लीमेंट आजकल युवाओं में बहुत प्रचलित है, लेकिन इसके लंबे समय तक सेवन से एलर्जी और पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
रेटिनॉइड्स: इनमें आमतौर पर विटामिन-ए की अधिक मात्रा होती है। लंबे समय तक सेवन करने से त्वचा में जलन, सूखापन और सूरज से होने वाले नुकसान का खतरा बढ़ता है। गर्भावस्था के दौरान इसका सेवन खतरनाक हो सकता है।
हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी (HRT या DHEA): यह थेरेपी पहले खिलाड़ियों द्वारा की जाती थी, लेकिन अब युवा भी इसका सहारा ले रहे हैं। इससे हृदय रोग का खतरा बढ़ सकता है और हार्मोन असंतुलन की समस्या उत्पन्न हो सकती है।
मेटफोर्मिन: यह एक मधुमेह की दवा है, जिसे कुछ लोग दीर्घकालिक स्वास्थ्य के लिए लेते हैं। इसके सेवन से गैस, एसिडिटी और दस्त जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
लंबे समय तक दवा लेने के खतरे
रैडबाउड यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर की एक रिपोर्ट के अनुसार, लंबे समय तक इन दवाओं का सेवन करने से शरीर का प्राकृतिक संतुलन बिगड़ सकता है। ये दवाएं कैंसर का कारण भी बन सकती हैं। एंटीऑक्सीडेंट युक्त दवाएं जानलेवा भी हो सकती हैं। एक अन्य अध्ययन में बताया गया है कि इन दवाओं का आंखों के रेटिना पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
सही उपाय क्या हैं?
- अपनी जीवनशैली को संतुलित रखें।
- व्यायाम, संतुलित आहार और आयुर्वेदिक उपायों का सहारा लें।
- पर्याप्त नींद लें और तनाव को कम करें।
- सनस्क्रीन और उचित स्किनकेयर रूटीन का पालन करें।