सर्वपितृ अमावस्या पर पितरों की कृपा के लिए विशेष उपाय
सर्वपितृ अमावस्या, जो पितृ पक्ष का अंतिम दिन है, पर पितरों की कृपा प्राप्त करने के लिए कुछ विशेष उपाय किए जा सकते हैं। इस दिन तुलसी के गमले में कलावा बांधना, घी का दीपक जलाना और विभिन्न मंत्रों का जाप करना लाभकारी हो सकता है। जानें इन उपायों के बारे में विस्तार से और कैसे ये आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं।
Sep 20, 2025, 06:25 IST
भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त करने के उपाय
सर्वपितृ अमावस्या का महत्व
पितृ पक्ष का समापन 21 सितंबर को सर्वपितृ अमावस्या के दिन होगा। इस दिन को पितरों की कृपा प्राप्त करने के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना जाता है। इस अवसर पर कुछ विशेष उपाय किए जा सकते हैं, जो पितरों की कृपा को आकर्षित कर सकते हैं।
तुलसी के गमले में कलावा बांधें
इस दिन पीले या लाल धागे से 108 गांठ लगाकर उसे तुलसी के गमले में बांधें। इस उपाय से आर्थिक संकटों से राहत मिल सकती है।
घी का दीपक जलाकर परिक्रमा करें
सर्वपितृ अमावस्या की शाम को तुलसी के पास घी का दीपक जलाएं और 7 या 11 बार उसकी परिक्रमा करें। इससे भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।
मंत्रों का जाप करें
- महाप्रसाद जननी सर्व सौभाग्यवर्धिनी, आधि व्याधि हरा नित्यं तुलसी त्वं नमोस्तुते।।
तुलसी गायत्री मंत्र
- ॐ तुलसीदेव्यै च विद्महे, विष्णुप्रियायै च धीमहि, तन्नो वृन्दा प्रचोदयात् ।।
तुलसी स्तुति मंत्र
- देवी त्वं निर्मिता पूर्वमर्चितासि मुनीश्वरै:
नमो नमस्ते तुलसी पापं हर हरिप्रिये।। - तुलसी श्रीर्महालक्ष्मीर्विद्याविद्या यशस्विनी।
धर्म्या धर्मानना देवी देवीदेवमन: प्रिया।। - लभते सुतरां भक्तिमन्ते विष्णुपदं लभेत।
तुलसी भूर्महालक्ष्मी: पद्मिनी श्रीर्हरप्रिया।।
तुलसी नामाष्टक मंत्र
- वृंदा वृंदावनी विश्वपूजिता विश्वपावनी।
पुष्पसारा नंदनीय तुलसी कृष्ण जीवनी।। - एतभामांष्टक चैव स्त्रोतं नामर्थं संयुतम।
य: पठेत तां च सम्पूज्य सौश्रमेघ फलंलमेता।।