सावन 2025 में भगवान शिव को कनेर का फूल अर्पित करने का महत्व
सावन का महीना और भगवान शिव की पूजा
Sawan 2025: सावन का महीना भगवान शिव की आराधना के लिए विशेष माना जाता है। इस दौरान भक्त शिवलिंग पर जल, दूध और बेलपत्र चढ़ाते हैं। मान्यता है कि इस महीने में सच्चे मन से की गई पूजा से सभी इच्छाएं पूरी होती हैं। पंचांग के अनुसार, 2025 में सावन का महीना 11 जुलाई से शुरू होकर 9 अगस्त तक चलेगा। इस बार सावन में चार सोमवार आएंगे। यदि आप भगवान शिव को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो आपको केवल एक फूल शिवलिंग पर अर्पित करना है।
कनेर का फूल: भगवान शिव का प्रिय
कौन सा है यह फूल?
यह फूल कनेर कहलाता है। जी हां, पीले कनेर का फूल भोलेनाथ को अत्यधिक प्रिय है। कहा जाता है कि इस फूल को अर्पित करने से भक्त की सभी समस्याएं समाप्त हो जाती हैं और जीवन में सुख और शांति आती है। आइए जानते हैं कि इस फूल को भगवान शिव को कैसे अर्पित करें?
कनेर के फूल के रंग और महत्व
कई रंगों का होता है यह फूल
कनेर का फूल, जिसे अंग्रेजी में ओलियंडर कहा जाता है, बहुत ही सुंदर और रंग-बिरंगा होता है। यह लाल, गुलाबी, पीला और सफेद रंग में पाया जाता है। हिंदू धर्म में कनेर के फूल का पूजा में विशेष महत्व है, खासकर भगवान शिव की पूजा में। सावन के महीने में शिवलिंग पर कनेर का फूल चढ़ाने से भक्तों की इच्छाएं जल्दी पूरी होती हैं। यह फूल आसानी से बगीचों, पार्कों या घरों में उगाया जा सकता है।
कनेर का फूल अर्पित करने की विधि
कैसे अर्पित करें ये फूल?
कनेर का फूल चढ़ाने का सही तरीका भी महत्वपूर्ण है। सबसे पहले सुबह स्नान करके शुद्ध हो जाएं, फिर शिवलिंग पर जल और दूध से अभिषेक करें। इसके बाद बेलपत्र और ताजा कनेर के फूल चढ़ाएं। कनेर चढ़ाते समय 'ॐ नमः शिवाय' मंत्र का जाप करें। कनेर का फूल चढ़ाने से न केवल इच्छाएं पूरी होती हैं, बल्कि मानसिक शांति भी मिलती है। यह महीना आध्यात्मिक उन्नति के लिए भी खास होता है। इस महीने नियमित रूप से शिव मंदिर में जाकर कनेर का फूल चढ़ाने से परिवार में सुख-समृद्धि आती है।
कनेर का फूल किसे अर्पित करना चाहिए?
इन लोगों को अवश्य चढ़ाना चाहिए कनेर
यह फूल उन लोगों को जरूर भगवान शिव को अर्पित करना चाहिए, जो आर्थिक समस्याओं, वैवाहिक जीवन में कठिनाइयों या स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना कर रहे हैं। इनके लिए कनेर का फूल चढ़ाना लाभकारी होता है। मान्यता है कि कनेर चढ़ाने से शिवजी का आशीर्वाद मिलता है और जीवन के कष्ट कम होते हैं।