सावन सोमवार व्रत 2025: जानें कब है पहला व्रत और नियम
सावन सोमवार व्रत 2025: महत्वपूर्ण जानकारी
सावन सोमवार व्रत 2025: सावन कब से शुरू होगा? और पहले सोमवार का व्रत कब रखा जाएगा? इन सभी सवालों के उत्तर यहां दिए गए हैं। साथ ही, यह भी बताया गया है कि सावन सोमवार व्रत के दौरान किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, जिससे आप विधिपूर्वक व्रत कर सकें।
सावन का पहला सोमवार कब है?
साल 2025 में सावन 11 जुलाई से प्रारंभ होगा और 9 अगस्त 2025 को समाप्त होगा। सावन का पहला सोमवार 14 जुलाई को है, और इस वर्ष चार सावन सोमवार व्रत होंगे। माना जाता है कि सावन के महीने में भगवान शिव धरती पर आते हैं, और जो भक्त विधिपूर्वक उनकी पूजा करते हैं, उनकी सभी इच्छाएं पूरी होती हैं। इसके अलावा, कई लोग 16 सोमवार व्रत का संकल्प लेते हैं और कांवड़ यात्रा, दान आदि धार्मिक कार्य करते हैं।
सोमवार व्रत के नियम
यदि आप पहली बार सावन में सोमवार व्रत रखने का विचार कर रहे हैं, तो यह महीना आपके लिए विशेष और फलदायक हो सकता है। व्रत रखने के लिए शारीरिक और मानसिक शुद्धता आवश्यक है। पहले सोमवार को सूर्योदय से पूर्व स्नान करें और शिव जी के समक्ष चारों सोमवार व्रत का संकल्प लें। यदि महिलाएं मासिक धर्म के कारण किसी सोमवार को व्रत नहीं रख पाती हैं, तो उन्हें भाद्रपद में उस व्रत को पूरा करना चाहिए।
भगवान शिव की पूजा कैसे करें
शिव जी की पूजा से पहले पूजा स्थल की सफाई करें और गंगाजल छिड़कें। मिट्टी या धातु के शिवलिंग की स्थापना करें और उस पर जल तथा पंचामृत का अभिषेक करें। इस दौरान शिव पंचाक्षरी मंत्र का जाप करें। बेलपत्र, धतूरा, भांग, सफेद फूल, अक्षत, चंदन, भस्म, और मिठाई भी शिवलिंग पर अर्पित करें।
सावन सोमवार व्रत के दौरान ध्यान रखने योग्य बातें
यदि आपने सावन सोमवार व्रत रखा है, तो दोपहर में सोने से बचें। किसी का अपमान न करें और व्रत के दौरान गलत शब्दों का प्रयोग न करें। सावन में प्रदोष काल के दौरान शिव जी की पूजा करना शुभ माना जाता है। सबसे महत्वपूर्ण बात, सावन सोमवार व्रत का पारण अगले दिन सूर्योदय के बाद करें।
सावन में सोमवार व्रत का संकल्प
सावन में सोमवार व्रत रखने वाले फलाहार का सेवन कर सकते हैं। साबूदाना और सिंघाड़े का आटा भी खा सकते हैं, लेकिन इन्हें एक समय में ही ग्रहण करें। इसके अलावा, शिव पूजा के लिए हलवा और खीर का भोग बनाना भी शुभ होता है।