हरियाणा में बनेगा दुनिया का सबसे बड़ा जंगल सफारी: जानें कब और कहां!
हरियाणा जंगल सफारी: वन्य पर्यटन में नया अध्याय
हरियाणा जंगल सफारी परियोजना भारत के वन्य पर्यटन को एक नई दिशा देने के लिए तैयार है। सरकार ने अरावली की खूबसूरत वादियों में इसे विश्व का सबसे बड़ा जंगल सफारी बनाने का निर्णय लिया है।
पर्यावरण संरक्षण और रोजगार के अवसर
यह परियोजना पर्यावरण संरक्षण और रोजगार सृजन में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है।
अरावली में वन्यजीवों का नया घर
हरियाणा सरकार ने गुरुग्राम और नूंह जिलों में 10,000 एकड़ भूमि का चयन किया है, जहां जंगल सफारी का निर्माण किया जाएगा। पहले चरण में 2,500 एकड़ पर कार्य प्रारंभ होगा।
वन्यजीव संरक्षण और हरित पर्यटन को बढ़ावा
राज्य के वन मंत्री राव नरबीर सिंह ने बताया कि यह सफारी वन्यजीवों के संरक्षण को बढ़ावा देने के साथ-साथ भारत में वन्यजीव पर्यटन को भी प्रोत्साहित करेगी। विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की जा रही है, और केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव तथा मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सहयोग का आश्वासन दिया है।
गुजरात के वंतारा से मिली प्रेरणा
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और अन्य अधिकारियों ने हाल ही में गुजरात के जामनगर में वंतारा जंगल सफारी का दौरा किया। वहां के तकनीकी और संरचनात्मक अनुभवों का उपयोग हरियाणा की सफारी को और बेहतर बनाने में किया जाएगा।
मातृ वन अभियान से हरियाली की दिशा में कदम
पर्यावरण की समृद्धि के लिए 27 जुलाई से गुरुग्राम की अरावली पहाड़ियों में 'मातृ वन अभियान' की शुरुआत की जाएगी। 'एक पेड़ मां के नाम' के तहत 20,000 पौधे लगाए जाएंगे। यह अभियान शिव नादर स्कूल से घाटा चौक तक चलेगा, जो जल संरक्षण और वायु गुणवत्ता में सुधार में सहायक होगा।