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अंडमान सागर में ज्वालामुखी विस्फोट का खतरा: वैज्ञानिकों ने जारी की चेतावनी

इस वर्ष कई देशों में ज्वालामुखी विस्फोट की घटनाएं देखने को मिली हैं, और अब भारत में भी एक सक्रिय ज्वालामुखी के फटने की चेतावनी दी गई है। अंडमान सागर में स्थित बैरन द्वीप का ज्वालामुखी समुद्र के अंदर भूकंप और सुनामी का खतरा उत्पन्न कर सकता है। वैज्ञानिकों ने भूकंपीय गतिविधियों के आधार पर यह चेतावनी जारी की है। जानें इस ज्वालामुखी के संभावित प्रभाव और इससे जुड़े खतरों के बारे में।
 

अंडमान सागर में सक्रिय ज्वालामुखी की चेतावनी

अंडमान सागर में ज्वालामुखी विस्फोट का अलर्ट: इस वर्ष इंडोनेशिया सहित कई देशों में ज्वालामुखी विस्फोट की घटनाएं सुर्खियों में रही हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत में भी एक सक्रिय ज्वालामुखी है, जिसके फटने की चेतावनी दी गई है? यह ज्वालामुखी अंडमान सागर में बैरन द्वीप पर स्थित है, जो पोर्ट ब्लेयर से लगभग 138 किलोमीटर दूर है। यदि यह ज्वालामुखी फटता है, तो समुद्र में भूकंप और सुनामी का खतरा उत्पन्न हो सकता है। प्रसिद्ध समुद्री पारिस्थितिकीविद् थॉन थमरोंगनावासवत ने भारत, थाईलैंड और म्यांमार के लिए चेतावनी जारी की है। हाल ही में थाईलैंड और म्यांमार में आए भूकंपों के अध्ययन से अंडमान सागर में ज्वालामुखी के सक्रिय होने के संकेत मिले हैं, जिसके आधार पर यह चेतावनी दी गई है।


भूकंपीय गतिविधियों का बढ़ता खतरा

अंडमान सागर में भूकंपीय गतिविधियों की जानकारी


थॉन थमरोंगनावासवत ने एक फेसबुक पोस्ट में अंडमान सागर में हो रही भूकंपीय गतिविधियों के बारे में जानकारी साझा की। उन्होंने चिंता व्यक्त की कि ये गतिविधियां ज्वालामुखी विस्फोट का कारण बन सकती हैं। यदि अंडमान सागर के नीचे स्थित ज्वालामुखी फटता है, तो इससे भूकंप आएगा और समुद्र में ऊंची लहरें उठ सकती हैं, जिससे सुनामी का खतरा बढ़ जाएगा। थाईलैंड की खाड़ी तक इस सुनामी के पहुंचने की संभावना कम है, लेकिन यदि यह वहां पहुंचती है, तो प्रभाव सीमित होगा। वहीं, फिलीपींस में भूकंप का असर हो सकता है, लेकिन सुनामी का खतरा भारत और इंडोनेशिया पर अधिक है। भारत का अंडमान और निकोबार द्वीप समूह इस सुनामी से प्रभावित हो सकता है। विस्फोट कब होगा, यह निश्चित नहीं है, लेकिन वैज्ञानिकों ने पूर्व चेतावनी जारी की है।