03 अगस्त 2025 का पंचांग: जानें शुभ और अशुभ मुहूर्त
पंचांग का महत्व
आज का पंचांग 03 अगस्त 2025: हिंदू धर्म में जूलियन कैलेंडर के समान, हिंदू कैलेंडर का भी विशेष महत्व है। पंचांग, जो तिथि, वार, नक्षत्र, योग और करण के संयोजन से बनता है, किसी भी दिन की तिथि, शुभ और अशुभ समय के बारे में जानकारी प्रदान करता है। विशेष रूप से, शुभ मुहूर्त निर्धारित करने के लिए पंचांग का उपयोग किया जाता है।
03 अगस्त 2025 का पंचांग
समर्पित: सूर्य देव (रविवार)
दिशा शूल: पश्चिम
द्रिक पंचांग के अनुसार, 03 अगस्त 2025 को सुबह 09:42 बजे तक श्रावण माह की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि रहेगी, इसके बाद दशमी तिथि का आरंभ होगा। रविवार को सुबह 06:24 बजे तक शुक्ल योग रहेगा, इसके बाद ब्रह्म योग बनेगा। नक्षत्र की बात करें तो सुबह 06:35 बजे तक विशाखा नक्षत्र रहेगा, इसके बाद अनुराधा का आरंभ होगा। सुबह 09:42 बजे तक कौलव करण रहेगा, इसके बाद देर रात 10:45 बजे तक तैतिल करण रहेगा और अंत में गर करण का संयोग बनेगा।
सम्वत और चंद्र मास
आज 03 अगस्त 2025 को 2081 नल गुजराती सम्वत है। इसके अलावा, 1947 विश्वावसु शक सम्वत और 2082 कालयुक्त विक्रम सम्वत भी है। चंद्र मास की बात करें तो यह पूर्णिमान्त और अमान्त श्रावण है।
सूर्योदय और चंद्रास्त
आज प्रात: 05:44 बजे सूर्योदय होगा और शाम 07:11 बजे सूर्यास्त होगा। दोपहर में 02:25 बजे चंद्रोदय होगा। ध्यान दें कि 03 अगस्त को चंद्रास्त नहीं होगा, जबकि 04 अगस्त 2025 को प्रात: 12:43 बजे चंद्रास्त होने की संभावना है।
नवग्रहों की स्थिति
आज 03 अगस्त 2025, रविवार को कर्क राशि में सूर्य और बुध ग्रह रहेंगे। चंद्र देव वृश्चिक राशि में होंगे। इसके अलावा, कन्या राशि में मंगल, मीन राशि में शनि, कुंभ राशि में राहु और सिंह राशि में केतु उपस्थित रहेंगे। शुक्र और गुरु मिथुन राशि में रहेंगे।