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14 सितंबर 2025 का पंचांग: अष्टमी श्राद्ध और जितिया व्रत का महत्व

14 सितंबर 2025 का पंचांग धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। इस दिन अष्टमी श्राद्ध और जितिया व्रत का आयोजन होगा। जानें इस दिन के शुभ मुहूर्त, नवग्रहों की स्थिति और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी। यह दिन पितरों की आत्मा को शांति देने और संतानवती महिलाओं के लिए विशेष आशीर्वाद का दिन है।
 

14 सितंबर 2025 का पंचांग

14 सितंबर 2025 का पंचांग: धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टिकोण से, 14 सितंबर 2025, रविवार का दिन विशेष महत्व रखता है। इस दिन पितृपक्ष का अष्टमी श्राद्ध मनाया जाएगा, साथ ही संतानवती महिलाएं जितिया व्रत भी रखेंगी। धार्मिक मान्यता के अनुसार, जितिया व्रत रखने वाली महिलाएं संतान की लंबी उम्र, स्वास्थ्य और समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त करती हैं। वहीं, श्राद्ध पूजा से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है और वे अपने परिवार पर कृपा बनाए रखते हैं। आइए, अब जानते हैं इस दिन के पंचांग के बारे में।


अष्टमी श्राद्ध की पूजा का मुहूर्त

आज अष्टमी श्राद्ध में उन मृतकों का श्राद्ध किया जाएगा, जिनकी मृत्यु अष्टमी तिथि पर हुई थी। इस दिन श्राद्ध पूजा के लिए तीन शुभ मुहूर्त निर्धारित किए गए हैं। पहला मुहूर्त कुतुप है, जो दोपहर 12:10 से 01:00 बजे तक रहेगा। इसके बाद रौहिणी मुहूर्त शुरू होगा, जो 01:49 बजे तक चलेगा। इसके बाद अपराह्न काल 04:16 बजे तक रहेगा, इसलिए सभी श्राद्ध कार्य इस समय के भीतर पूर्ण कर लेने चाहिए।


तिथि, नक्षत्र और दिशा शूल

रविवार को, जो सूर्य देव को समर्पित है, आज सुबह 3:06 बजे आश्विन माह की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि थी, जिसके बाद नवमी तिथि शुरू हो गई। इस समय वज्र योग भी चल रहा है, जो सुबह 07:35 बजे समाप्त होगा। इसके बाद सिद्धि योग की शुरुआत होगी, जो देर रात तक रहेगा। दिनभर पश्चिम दिशा में शूल रहेगा।


नक्षत्र और करण

नक्षत्र की बात करें तो सुबह 08:41 बजे तक रोहिणी नक्षत्र रहेगा, इसके बाद मृगशीर्ष नक्षत्र देर रात तक रहेगा। दोपहर 4:02 बजे तक बालव करण रहेगा, जिसके बाद कौलव करण शुरू होगा, जो देर रात तक चलेगा।


सम्वत और चंद्रमास


सूर्योदय, सूर्यास्त, चंद्रोदय और चंद्रास्त

आज सुबह 06:26 बजे सूर्योदय होगा, जबकि शाम को 06:44 बजे सूर्यास्त होगा। दोपहर में 01:14 बजे चंद्रास्त होगा, और रात 11:54 बजे चंद्रोदय होगा।


आज का शुभ मुहूर्त


आज का अशुभ मुहूर्त


नवग्रहों की स्थिति

  • तुला राशि में मंगल देव का संचार होगा, जबकि चंद्र देव वृषभ और मिथुन राशि में रहेंगे।
  • शुक्र देव जितिया व्रत के शुभ दिन कर्क राशि में रहेंगे, और कुंभ राशि में राहु ग्रह का संचार होगा।
  • मिथुन राशि में गुरु ग्रह का संचार होगा, जबकि मीन राशि में शनि देव रहेंगे।
  • सूर्य देव, राहु और बुध ग्रह सिंह राशि में युति स्थिति में रहेंगे।