×

2025 में चंद्रमा का गोचर: जानें किस राशि को मिलेगा लाभ

2025 में चंद्रमा का गोचर मिथुन राशि में होने जा रहा है, जो कई राशियों के लिए महत्वपूर्ण है। इस गोचर के साथ गजकेसरी राजयोग बनेगा, जो सौभाग्य और समृद्धि लेकर आएगा। वृषभ, मिथुन, कन्या, और तुला राशि के लिए यह समय विशेष रूप से लाभकारी रहेगा। जानें किस राशि को क्या लाभ होगा और इस दौरान कौन से उपाय करने चाहिए।
 

चंद्रमा का गोचर और गजकेसरी राजयोग

Chandra Gochar 2025: वैदिक ज्योतिष के अनुसार, ग्रहों का राशि परिवर्तन सभी 12 राशियों पर विभिन्न प्रभाव डालता है। 24 जून 2025 को रात 11:45 बजे, चंद्रमा मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे, जहां पहले से बुध, शुक्र, सूर्य, और गुरु उपस्थित हैं। इन चार ग्रहों की उपस्थिति से चतुर्ग्रही योग बनेगा। ज्योतिष के अनुसार, चंद्रमा और गुरु की युति से गजकेसरी राजयोग का निर्माण होगा, जो एक शक्तिशाली और शुभ योग है। यह योग 27 जून तक प्रभावी रहेगा और कई राशियों के लिए सौभाग्य, समृद्धि, और सफलता लेकर आएगा।


गजकेसरी राजयोग का महत्व

ज्योतिष के अनुसार, जब चंद्रमा और गुरु एक ही राशि में या केंद्र में युति बनाते हैं, तो गजकेसरी राजयोग का निर्माण होता है। चंद्रमा मन और भावनाओं का प्रतीक है, जबकि गुरु ज्ञान, समृद्धि और सौभाग्य का प्रतीक है। बृहत् पराशर होरा शास्त्र में इस योग को सौभाग्य और आध्यात्मिक उन्नति का प्रतीक माना गया है। 24 जून 2025 को मिथुन राशि में चंद्रमा, गुरु, बुध, शुक्र, और सूर्य की युति से यह योग और भी प्रभावशाली होगा। बुध बुद्धि को तेज करता है, शुक्र सुख और वैभव प्रदान करता है, और सूर्य आत्मविश्वास को बढ़ाता है। यह योग विशेष रूप से चार राशियों के लिए लाभकारी रहेगा। आइए जानते हैं कि यह गोचर किन राशियों के लिए शुभ रहेगा, इससे क्या लाभ होंगे और इस दौरान कौन से उपाय करने चाहिए।


वृषभ राशि के लिए लाभ

वृषभ राशि


यह गोचर वृषभ राशि वालों की कुंडली के दूसरे भाव को प्रभावित करेगा। गजकेसरी राजयोग और शुक्र की उपस्थिति आपके लिए धन और सुख लेकर आएगी। इस दौरान पैतृक संपत्ति से लाभ मिल सकता है और पुराने निवेश से अच्छा मुनाफा होगा। परिवार में चल रहे पुराने विवाद सुलझेंगे और आपसी प्रेम बढ़ेगा। अगर आप अविवाहित हैं, तो विवाह के लिए अच्छे प्रस्ताव आ सकते हैं। आपका आत्मविश्वास और मानसिक शांति बढ़ेगी, जिससे आप हर काम को बेहतर तरीके से कर पाएंगे। ज्योतिष के अनुसार, यह गोचर आपकी आर्थिक स्थिरता को मजबूत करेगा और परिवार में सुख-शांति लाएगा।


उपाय: शुक्रवार को मां लक्ष्मी को खीर का भोग लगाएं और ‘ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः’ मंत्र का 21 बार जाप करें। सफेद कपड़े पहनें।


मिथुन राशि के लिए लाभ

मिथुन राशि


मिथुन राशि वालों के लिए चंद्रमा का यह गोचर पहले भाव को प्रभावित करेगा, जो व्यक्तित्व और आत्मविश्वास का भाव है। इस गोचर और गजकेसरी राजयोग के प्रभाव से आपका करियर नई ऊंचाइयों को छूएगा। कार्यक्षेत्र में आपकी मेहनत रंग लाएगी और लोग आपके काम की तारीफ करेंगे। अगर आप लेखन, पत्रकारिता या शिक्षण से जुड़े हैं, तो यह समय आपके लिए सुनहरा अवसर लेकर आएगा। आपकी कम्युनिकेशन स्किल और बुद्धि की हर जगह चर्चा होगी। लंबे समय से रुके हुए प्रोजेक्ट या काम पूरे होंगे, जिससे आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। धार्मिक यात्राएं या दान-पुण्य के अवसर भी मिलेंगे, जो आपके मन को शांति देंगे। ज्योतिष के अनुसार, आपकी राशि में यह युति आपके आत्मविश्वास को दोगुना करेगी।


उपाय: बुधवार को गणेश जी को दूर्वा चढ़ाएं और ‘ॐ गं गणपतये नमः’ मंत्र का 108 बार जाप करें। हरे रंग के कपड़े पहनें।


कन्या राशि के लिए लाभ

कन्या राशि


कन्या राशि वालों के लिए यह गोचर दशम भाव को प्रभावित करेगा, जो करियर और सामाजिक स्थिति का भाव है। गजकेसरी राजयोग और बुध की उपस्थिति आपके कार्यक्षेत्र में नई संभावनाएं लेकर आएगी। नौकरी में प्रमोशन या नया प्रोजेक्ट मिल सकता है। अगर आप व्यापार करते हैं तो नए एग्रीमेंट्स और मुनाफे के अवसर बनेंगे। आपकी लोकप्रियता बढ़ेगी और लोग आपके काम की तारीफ करेंगे। पुरानी स्वास्थ्य समस्याओं से भी राहत मिलेगी। ज्योतिष में इस योग को करियर और सम्मान का कारक बताया गया है और यह गोचर आपके लिए सुनहरा मौका लेकर आएगा।


उपाय: बुधवार को पन्ना रत्न धारण करें और गणेश चालीसा का पाठ करें। हरे रंग का रुमाल रखें।


तुला राशि के लिए लाभ

तुला राशि


तुला राशि वालों के लिए यह गोचर नवम भाव को प्रभावित करेगा। गजकेसरी राजयोग के साथ शुक्र की उपस्थिति आपके भाग्य को चमकाएगी। इस दौरान विदेश यात्रा या दूर देश की नौकरी के अवसर मिल सकते हैं। धार्मिक और सामाजिक कार्यों में आपकी सक्रियता बढ़ेगी और आपका सम्मान होगा। अगर आप पढ़ाई या लेखन से जुड़े हैं तो यह समय आपके लिए बेहद शुभ रहेगा। अप्रत्याशित धन लाभ के भी योग बनेंगे। ज्योतिष के अनुसार, नवम भाव में यह युति सौभाग्य और आध्यात्मिक उन्नति देगी, और आपके लिए नए द्वार खोलेगी।


उपाय: गुरुवार को पीले चंदन का तिलक लगाएं और ‘ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरवे नमः’ मंत्र का 19 बार जाप करें। पीले रंग के कपड़े पहनें।