International Yoga Day 2025: योग और आईवीएफ के बीच संबंध
International Yoga Day 2025:
कई दंपत्ति माता-पिता बनने की उम्मीद में इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (आईवीएफ) का सहारा लेते हैं। प्रजनन चिकित्सा में हुई प्रगति ने सफलता दरों को काफी बढ़ा दिया है, और अब कई विशेषज्ञ आईवीएफ प्रक्रिया को अपनाने की सलाह देते हैं। इसके साथ ही, डॉक्टर अक्सर योग करने की सलाह भी देते हैं, जो न केवल शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होता है। आईवीएफ के दौरान योग हार्मोनल संतुलन को बनाए रखने और प्रजनन अंगों में रक्त प्रवाह को सुधारने में मदद करता है। आइए जानते हैं इस विषय पर विशेषज्ञों का क्या कहना है। मुंबई के बिरला फर्टिलिटी एंड आईवीएफ में फर्टिलिटी स्पेशलिस्ट डॉ. नवीना सिंह ने बताया कि योग आईवीएफ प्रक्रिया को कैसे प्रभावित करता है।
डॉक्टर की राय
डॉ. नवीना सिंह के अनुसार, गहरी सांस लेने, हल्के खिंचाव और ध्यान केंद्रित करने से योग रक्त संचार में सुधार करता है। शोध से यह स्पष्ट हुआ है कि नियमित योगाभ्यास गर्भाशय के वातावरण पर सकारात्मक प्रभाव डालता है, जो आईवीएफ के लिए आवश्यक है।
आईवीएफ में योग के लाभ
बेहतर रक्त प्रवाह- कुछ विशेष योग आसन प्रजनन अंगों में रक्त की आपूर्ति को बढ़ाते हैं, जिससे भ्रूण के विकास में सहायता मिलती है।
तनाव में कमी- आईवीएफ उपचार कभी-कभी भावनात्मक रूप से चुनौतीपूर्ण हो सकता है, और योग तनाव को कम करने, मन को शांत करने और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद करता है।
शारीरिक सक्रियता- योग बिना किसी दबाव के शरीर को सक्रिय रखता है, जिससे फिटनेस और मेटाबॉलिज्म को बनाए रखने में मदद मिलती है।
शोध का निष्कर्ष
एमोरी विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने एक अध्ययन किया है, जिसमें पाया गया है कि बाहरी वायु प्रदूषण मानव भ्रूण के विकास को प्रभावित करता है। जब महिलाएं अंडाणु का उत्पादन करती हैं या पुरुष शुक्राणु का उत्पादन करते हैं, तो यदि वे उस समय अधिक प्रदूषण के संपर्क में रहते हैं, तो इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। प्रदूषण में मौजूद कार्बन कण, जो अदृश्य होते हैं, हवा के माध्यम से शरीर में प्रवेश करते हैं और प्रजनन स्वास्थ्य पर असर डालते हैं।