घर में तुलसी और शमी के पौधे लगाने के लाभ और दिशा
घर को हरा-भरा रखने का महत्व
हम सभी को अपने घर को हरा-भरा रखना पसंद है। इसलिए, लोग अक्सर अपने घर के बाहर या छत पर विभिन्न प्रकार के पेड़-पौधे लगाते हैं। इनमें से कुछ पौधे फूल देते हैं, जबकि कुछ फल देते हैं। शास्त्रों के अनुसार, शमी और तुलसी के पौधे घर में लगाने से मां लक्ष्मी का वास बना रहता है। इसके साथ ही, भगवान विष्णु का आशीर्वाद भी परिवार पर बना रहता है। इन पौधों को सही दिशा में लगाना आवश्यक है, जिससे आपकी समस्याएं हल हो सकती हैं। इस लेख में, हम जानेंगे कि तुलसी और शमी के पौधे को किस दिशा में लगाना चाहिए और इसके क्या लाभ हैं।
तुलसी और शमी का पौधा लगाने के लाभ
तुलसी का पौधा देवी लक्ष्मी और भगवान श्रीहरि विष्णु का प्रिय माना जाता है। घर में तुलसी का पौधा लगाने से नकारात्मक ऊर्जा कम होती है। इसके अलावा, रोजाना तुलसी के पौधे में जल चढ़ाने और पूजा करने से पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
शमी का पेड़ शनि देव से जुड़ा हुआ है और इसे बहुत शुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि शमी का पूजन करने से कुंडली में शनि दोष और अन्य ग्रह दोष दूर होते हैं।
तुलसी और शमी साथ लगाने का लाभ
घर में तुलसी और शमी दोनों पौधे एक साथ लगाने से जीवन में आने वाली समस्याएं कम हो जाती हैं।
यदि आप इन दोनों पौधों को साथ में लगाते हैं, तो घर-परिवार में किसी प्रकार की समस्याएं नहीं आती हैं। तुलसी और शमी का पौधा साथ में लगाने से पितरों की कृपा बनी रहती है, जिससे परिवार के सदस्यों के बीच आपसी तालमेल मजबूत होता है।
किस दिशा में लगाना चाहिए तुलसी और शमी का पौधा
तुलसी का पौधा घर के आंगन या पूर्व दिशा/उत्तर-पूर्व (ईशान कोण) में लगाना शुभ माना जाता है।
दक्षिण-पश्चिम (नैऋत्य कोण) या पश्चिम दिशा में शमी का पौधा लगाना लाभकारी होता है।
यह ध्यान रखना आवश्यक है कि दोनों पौधों को छाया वाली जगह पर नहीं रखना चाहिए और इन्हें सूर्य की रोशनी अवश्य मिलनी चाहिए।
यदि आपके घर में दोनों पौधे लगे हुए हैं, तो उनकी दिशा का विशेष ध्यान रखना चाहिए। इससे घर-परिवार में किसी प्रकार की परेशानी नहीं आएगी और आपके जीवन में आने वाली रुकावटें और समस्याएं कम हो जाएंगी।