चंद्र देव की आरती: मानसिक शांति और समृद्धि के लिए
चंद्र देव की आरती के महत्व
चंद्र देव का नवग्रहों में एक महत्वपूर्ण स्थान है। मान्यता है कि ब्रह्मा जी ने रात के समय पापों को समाप्त करने के लिए चंद्र देव का रूप धारण किया था। विशेष रूप से पूर्णिमा की रात को चंद्र देव की पूजा का विशेष महत्व है। इस दिन उनकी आराधना से मानसिक शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती है। आज हम आपको चंद्र देव की प्रसिद्ध आरती ‘ॐ जय सोम देवा’ के हिंदी लिरिक्स प्रदान कर रहे हैं, जिसे गाकर आप उनकी कृपा प्राप्त कर सकते हैं।
चंद्र देव: मानसिक स्वास्थ्य के कारक
चंद्र देव को मानसिक स्वास्थ्य और मस्तिष्क का कारक माना जाता है। यदि कुंडली में चंद्र की स्थिति कमजोर हो, तो व्यक्ति को मानसिक तनाव और चिंता का सामना करना पड़ सकता है। पूर्णिमा के दिन चंद्र देव की पूजा और अर्घ्य देने से उनके दोषों से मुक्ति मिलती है। भगवान की पूजा में मंत्र, स्तोत्र, चालीसा और आरती का विशेष महत्व होता है, लेकिन यदि आप सच्चे मन से उनकी आरती गाते हैं, तो भी चंद्र देव प्रसन्न होते हैं। इस आरती को गाने से न केवल मन को शांति मिलती है, बल्कि जीवन में सकारात्मकता भी आती है।
पूर्णिमा पर विशेष पूजा विधि
पूर्णिमा की रात चंद्र देव को अर्घ्य देना अत्यंत शुभ माना जाता है। इस दिन चांद की रोशनी में अर्घ्य देकर ‘ॐ जय सोम देवा’ आरती गाएं। इससे आपका चंद्र देव के साथ आध्यात्मिक संबंध मजबूत होगा। मान्यता है कि इस आरती को गाने से चंद्र देव प्रसन्न होकर सभी मानसिक विकारों को दूर करते हैं और अपनी दया दृष्टि बनाए रखते हैं, जिससे जीवन में सुख और शांति बनी रहती है।
चंद्र देव की आरती के लिरिक्स
ॐ जय सोम देवा, स्वामी जय सोम देवा।
दुःख हरता सुख करता, जय आनन्दकारी।
रजत सिंहासन राजत, ज्योति तेरी न्यारी।
दीन दयाल दयानिधि, भव बंधन हारी।
जो कोई आरती तेरी, प्रेम सहित गावे।
सकल मनोरथ दायक, निर्गुण सुखराशि।
योगीजन हृदय में, तेरा ध्यान धरें।
ब्रह्मा विष्णु सदाशिव, संत करें सेवा।
वेद पुराण बखानत, भय पातक हारी।
प्रेमभाव से पूजें, सब जग के नारी।
शरणागत प्रतिपालक, भक्तन हितकारी।
धन सम्पत्ति और वैभव, सहजे सो पावे।
विश्व चराचर पालक, ईश्वर अविनाशी।
सब जग के नर नारी, पूजा पाठ करें।
ॐ जय सोम देवा, स्वामी जय सोम देवा।
आरती से चंद्र देव की कृपा प्राप्त करें
चंद्र देव की आरती ‘ॐ जय सोम देवा’ न केवल भक्ति से भरी है, बल्कि इसे गाने से मन को सुकून भी मिलता है। पूर्णिमा के दिन इस आरती को गाकर आप चंद्र देव की कृपा प्राप्त कर सकते हैं। चाहे आप मानसिक तनाव से जूझ रहे हों या जीवन में शांति की तलाश में हों, यह आरती आपके लिए एक सरल और प्रभावी उपाय है। इस पूर्णिमा पर चंद्र देव की पूजा करें और उनकी कृपा से अपने जीवन को खुशहाल बनाएं।