×

तमिलनाडु में बारिश का कहर: 12 जिलों में अलर्ट जारी

तमिलनाडु में बुधवार को भारी बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। मौसम विभाग ने 12 जिलों में अलर्ट जारी किया है, जिसमें चेन्नई भी शामिल है। बारिश के कारण जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है और मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। जानें इस स्थिति के बारे में और क्या सावधानियाँ बरतनी चाहिए।
 

चेन्नई में भारी बारिश का प्रभाव

चेन्नई: बुधवार को तमिलनाडु के विभिन्न क्षेत्रों, विशेषकर चेन्नई में, लगातार बारिश होती रही। इस बारिश ने जनजीवन को प्रभावित किया है, जिसके चलते मौसम विभाग ने राज्य के 12 जिलों में चेतावनी जारी की है।


चेन्नई के क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (आरएमसी) ने बताया कि राज्य के पहाड़ी और तटीय क्षेत्रों में तेज से बहुत तेज बारिश की संभावना है। दक्षिण और पश्चिम के कई जिलों में आंधी और तेज हवाओं के साथ बारिश की चेतावनी दी गई है।


हालिया पूर्वानुमान के अनुसार, कोयंबटूर, नीलगिरी, डिंडीगुल, थेनी, विरुधुनगर, मदुरै, शिवगंगा, रामनाथपुरम, थूथुकुडी, तेनकासी, तिरुनेलवेली और कन्याकुमारी जैसे जिलों में दिन के दौरान भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।


मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी से भरी पूर्वी हवाएं दक्षिण भारत में बने वायुमंडलीय दबाव तंत्र से टकरा रही हैं, जिससे बारिश की गतिविधियां बढ़ रही हैं।


चेन्नई में सुबह से शुरू हुई बारिश दिनभर रुक-रुक कर जारी रही, जिससे कई स्थानों पर जलभराव हो गया। आसमान आंशिक रूप से बादलों से ढका रहेगा और शाम के समय गरज-चमक के साथ मध्यम से तेज वर्षा की संभावना है।


शहर में अधिकतम तापमान लगभग 32 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 26 से 27 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है।


दक्षिण और पश्चिमी जिलों में बारिश की तीव्रता को देखते हुए जिला प्रशासन ने स्कूल और कॉलेज बंद करने का निर्णय स्थानीय मौसम की स्थिति के आधार पर लेने को कहा है। हालांकि, चेन्नई और चेंगलपट्टू में लगातार बारिश के बावजूद शाम तक स्कूल बंद करने की कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई थी।


मौसम विभाग ने मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी दी है। मन्नार की खाड़ी, कुमारी सागर, केरल तट, दक्षिण-पूर्व अरब सागर और लक्षद्वीप-मालदीव क्षेत्र में 35 से 45 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने और कभी-कभी 55 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंचने की संभावना है।


इन क्षेत्रों में समुद्र में ऊंची लहरें उठ सकती हैं, इसलिए मछुआरों को तट पर रहने की सलाह दी गई है।


प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे सतर्क रहें, जलभराव वाले क्षेत्रों से दूर रहें और स्थानीय प्रशासन तथा आपदा प्रबंधन टीमों की सलाह का पालन करें।