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नवरात्रि के अष्टमी और नवमी पर दीपक जलाने के उपाय

नवरात्रि के दौरान अष्टमी और नवमी तिथि का विशेष महत्व है। इस लेख में जानें कि किन स्थानों पर दीपक जलाने से माता रानी की कृपा प्राप्त होती है और घर में सुख-समृद्धि कैसे लायी जा सकती है। अष्टमी और नवमी पर दीपक जलाने के कुछ सरल उपायों के बारे में जानकारी प्राप्त करें।
 

नवरात्रि में अष्टमी और नवमी का महत्व


नवरात्रि के दौरान अष्टमी और नवमी तिथि का विशेष महत्व है। इस वर्ष अष्टमी का पूजन 30 सितंबर को होगा, जबकि नवमी का पूजन 1 अक्टूबर को किया जाएगा। इन दिनों यदि आप अपने घर के कुछ खास स्थानों पर दीपक जलाते हैं, तो इससे माता रानी की कृपा प्राप्त होती है और घर में सुख-समृद्धि का आगमन होता है।


अष्टमी और नवमी पर पूजा

इन तिथियों पर माता महागौरी और मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। इस लेख में हम आपको कुछ उपाय बताएंगे, जिन्हें अपनाने से देवी मां की कृपा प्राप्त होती है।


मुख्य द्वार पर दीपक जलाने के लाभ

नवरात्रि के दौरान शाम के समय घर के मुख्य द्वार पर दीपक जलाना शुभ माना जाता है। यह न केवल सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है, बल्कि देवी लक्ष्मी का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है, जिससे धन संबंधी समस्याओं का समाधान हो सकता है। ध्यान रखें कि दीपक की लौ उत्तर दिशा की ओर होनी चाहिए।


तुलसी के पास दीपक जलाने का महत्व

पूजा के बाद घर के मंदिर में दीपक जलाना आवश्यक है। इसके साथ ही, आप सुबह और शाम तुलसी के पास भी घी का दीपक जला सकते हैं। इससे घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।


उत्तर-पूर्व दिशा में दीपक जलाना

वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की उत्तर-पूर्व दिशा में दीपक जलाना बहुत शुभ होता है। यदि आप नवरात्रि की अष्टमी और नवमी पर इस दिशा में दीपक जलाते हैं, तो इससे सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है और देवी मां की कृपा बनी रहती है।


अन्य स्थानों पर दीपक जलाने के उपाय

आप घर के धन वाले स्थान या तिजोरी के पास भी दीपक जला सकते हैं, जिससे धन भंडार भरे रहते हैं। इसके अलावा, शाम के समय घर की सीढ़ियों के पास दीपक जलाना भी शुभ माना जाता है, क्योंकि इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।