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पंजाब में क्रांतिकारियों के जीवन पर जागरूकता अभियान शुरू

पंजाब की इतिहास संकलन समिति ने क्रांतिकारियों के जीवन पर जागरूकता बढ़ाने के लिए एक विशेष अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान का उद्देश्य स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान और उनके परिवारों की वर्तमान स्थिति के बारे में जानकारी फैलाना है। समिति ने विशेष रूप से बब्बर अकाली आंदोलन के संस्थापक और अन्य क्रांतिकारियों के जीवन से जुड़ी घटनाओं को उजागर करने का निर्णय लिया है। इस पहल के तहत विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों में जागरूकता सेमिनार आयोजित किए जाएंगे।
 

क्रांतिकारियों के प्रति जागरूकता बढ़ाने का प्रयास

जालंधर - इतिहास संकलन समिति पंजाब ने क्रांतिकारियों के जीवन पर जागरूकता फैलाने के लिए एक अभियान शुरू करने का निर्णय लिया है। इस विषय पर चर्चा करते हुए अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना के मार्गदर्शक और शोधकर्ता रविंदर नाथ भारद्वाज ने बताया कि उनका उद्देश्य उन स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति जागरूकता बढ़ाना है, जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में अपने जीवन का बलिदान दिया। इसके साथ ही, वे इन सेनानियों के परिवारों की वर्तमान स्थिति के बारे में भी जानकारी जुटाने का प्रयास कर रहे हैं। इसके अलावा, वे उन नायकों के इतिहास को भी उजागर करने का कार्य कर रहे हैं, जिन्हें भुला दिया गया है। यदि कहीं कोई त्रुटि रह गई है, तो उसे सुधारने के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए सभी समान विचारधारा वाले संगठनों का सहयोग लिया जा रहा है।


इतिहास संकलन समिति पंजाब की एक विशेष बैठक में, समिति के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. राजेश ज्योति ने बताया कि बब्बर अकाली आंदोलन के संस्थापक जत्थेदार किशन सिंह 'गडगज़' और उनके साथियों के जीवन से जुड़ी घटनाओं के प्रति जागरूकता लाने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान में बाबू संता सिंह, भाई दलीप सिंह, भाई करम सिंह, भाई नंद सिंह और भाई धरम सिंह जैसे क्रांतिकारियों के जीवन को उजागर किया जाएगा।


इस पहल के तहत, शहीदों के परिवारों से संपर्क करने के लिए एक विशेष समिति का गठन किया गया है, जिसमें रविंदर नाथ भारद्वाज, डॉ. राजेश ज्योति, शशि कांत लोमेश, विक्रांत शर्मा, कमल ऐरी, शैली खन्ना और परमजीत सिंह ढिल्लों शामिल हैं। इन क्रांतिकारियों को 27 फरवरी 1926 को लाहौर सेंट्रल जेल में फांसी दी गई थी, और इस शताब्दी वर्ष के अवसर पर विभिन्न स्कूलों, कॉलेजों और सार्वजनिक स्थलों पर जागरूकता सेमिनार और प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।


इस बैठक में रविंदर नाथ भारद्वाज, डॉ. राजेश ज्योति, विक्रांत शर्मा, कमल ऐरी, शशिकांत लोमेश, डॉ. आर के सेठ, राजीव धमीजा, डॉ. एस के कालिया, शैली खन्ना, मुरली मनोहर महाजन, कांकेश गुप्ता, नवदीप कुमार, विवेक खन्ना और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।