भगवान शिव के मंत्र जाप का सही तरीका: ओम नम: शिवाय
भगवान भोलेनाथ की कृपा प्राप्त करें
आज सोमवार है, जो हिंदू धर्म में भगवान शिव की पूजा का विशेष दिन माना जाता है। इस दिन विधिपूर्वक भगवान भोलेनाथ की आराधना करने से सभी इच्छाएं पूरी होती हैं। ओम नम: शिवाय मंत्र का जाप करने से भक्तों को महादेव की विशेष कृपा प्राप्त होती है। हालांकि, इस मंत्र का जाप करने से पहले कुछ नियमों का पालन करना आवश्यक है।
मंत्र जाप का सही समय
भगवान शिव के मंत्रों का जाप किसी भी समय किया जा सकता है, लेकिन एक विशेष समय होता है जब इसका फल अधिकतम होता है। शास्त्रों के अनुसार, ब्रह्म मुहूर्त में, यानी सुबह 4 बजे से 5:30 बजे के बीच ओम नम: शिवाय का जाप करना चाहिए। इस समय मंत्र जाप करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है। मनोकामना पूर्ति के लिए 108 बार इस मंत्र का जाप करना चाहिए।
शाम के समय मंदिर में जाप
आप शिव मंदिर में जाकर एक शांत स्थान पर बैठकर 108 बार ओम नम: शिवाय का जाप कर सकते हैं। मंत्र जाप से पहले मन को शांत करना आवश्यक है। शांत मन से मंत्र का जाप करने से मानसिक शांति मिलती है और भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है, जिससे जीवन की समस्याओं से मुक्ति मिलती है।
सही दिशा का चयन
मंत्र जाप के लिए सही दिशा में बैठना भी महत्वपूर्ण है। सूर्योदय के समय एक शांत स्थान पर आसन बिछाकर उत्तर दिशा की ओर मुंह करके बैठें। शाम को शिवलिंग के सामने घी का दीपक जलाकर उत्तर दिशा की ओर बैठकर ओम नम: शिवाय का जाप करें। इससे जीवन में खुशहाली और कष्टों से मुक्ति मिलती है।
मंत्र जाप विधि
सोमवार को सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और हल्के रंग के वस्त्र पहनें। शिवलिंग पर दूध या जल अर्पित करें और एक घी का दीपक जलाएं। फिर उत्तर दिशा में बैठकर मन को शांत करके मंत्र का जाप करें। 108 दाने वाली रुद्राक्ष की माला का उपयोग करना सबसे अच्छा है। ओम नम: शिवाय का 108 बार जाप करें और इसे कम से कम 11 सोमवार तक जारी रखें। इससे आपकी इच्छाएं पूरी हो सकती हैं।