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महाकाल पर शायरी: 2025 के लिए संस्कृत में अद्भुत पंक्तियाँ

महाकाल पर शायरी 2025 के लिए संस्कृत में अद्भुत पंक्तियाँ प्रस्तुत की गई हैं। भगवान शिव की भक्ति में डूबने के लिए ये शायरी न केवल आपके दिल को छूएंगी, बल्कि आपके सोशल मीडिया स्टेटस को भी खास बनाएंगी। जानें कैसे महाकाल की महिमा और उनकी भक्ति आपके जीवन में शांति और शक्ति ला सकती है।
 

महाकाल पर शायरी 2025

महाकाल पर शायरी 2025: महाकाल की भक्ति का दीप आपके दिल में जलाने के लिए तैयार है! भगवान शिव, जिन्हें महाकाल के नाम से जाना जाता है, का स्मरण करते ही मन में शांति और शक्ति का अनुभव होता है। उनकी महिमा को व्यक्त करने के लिए शब्दों की कमी महसूस होती है, लेकिन संस्कृत की दो पंक्तियों में लिखी शायरी उनके प्रति श्रद्धा और प्रेम को और गहरा करती है। चाहे आप शिव के भक्त हों या उनके रंग में रंगे हों, ये 2 लाइन की महाकाल शायरी आपके मन को छू जाएगी। आइए, 2025 में भोलेनाथ की भक्ति में डूब जाएं और इन शायरियों को सोशल मीडिया पर साझा करें!


महाकाल पर 2 लाइन की संस्कृत शायरी

ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥


सर्वज्ञं सर्वशक्तिमान्, महाकालं प्रणमाम्यहम्॥


महादेव शिव शंकर पूजा श्लोक

ॐ नमो महाकालाय सर्वशक्तिमये,
एकाक्षराय परमेश्वराय॥


शिवाय महाकालाय, कालगति निवारिणे॥
नित्यं वन्दे महेश्वरं, साक्षात् ब्रह्म महात्मनम्॥


महाकाल की महिमा

महाकाल, समय के स्वामी, जो हर कठिनाई को सरल बना देते हैं। उनकी भक्ति में एक जादू है, जो मन को शांति और आत्मा को शक्ति प्रदान करता है। संस्कृत में लिखी शायरी उनकी महिमा को और भी गहराई से व्यक्त करती है। जैसे: “महाकालः समयस्य नाथः, भक्तस्य हृदये सदा स्थिरः।” (अर्थ: महाकाल समय के स्वामी हैं, भक्त के हृदय में हमेशा स्थिर रहते हैं।) ये शायरी न केवल भक्ति को जगाती है, बल्कि आपके सोशल मीडिया स्टेटस को भी खास बनाती है।


महाकाल स्टेटस हिंदी में

महाकाल की महफिल में बैठा हूँ, वक्त का क्या डर?


महाकाल की भक्ति में जो भी खो गया, वो संसार से मुक्त हो गया।


महाकाल का दीवाना हूँ, तांडव मेरा अफसाना है।


मेरी रगों में जो खून है, वो महाकाल का जूनून है।


भोले का भक्त हूं मैं, चाल मेरी अलग है सब से।


महाकाल पर शायरी 2 Lines में

काल भी थरथराए, जब नाम महाकाल का आए,
हम तो उनके दीवाने हैं, जो मर के भी साथ निभाए।


किसका कितना वजूद है, ये महाकाल तय करता है,
हमारा तो नाम भी उसकी महिमा से चलता है।