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महिला का अद्भुत दावा: दो बार मौत के बाद लौट आई जीवन में

64 वर्षीय पैगी रॉबिन्सन ने एक अद्भुत दावा किया है कि वे दो बार मौत का सामना कर चुकी हैं। पहले अनुभव में, जब वे केवल पाँच साल की थीं, उन्होंने अपनी आत्मा और शरीर के बीच एक अजीब अनुभव का सामना किया। दूसरे अनुभव में, एक जटिल गर्भावस्था के दौरान, उन्होंने ईश्वर से बात की और अपने बच्चों के लिए प्रार्थना की। इस दावे पर सोशल मीडिया पर मिली-जुली प्रतिक्रियाएँ आ रही हैं, कुछ इसे चमत्कार मानते हैं जबकि अन्य वैज्ञानिक दृष्टिकोण की मांग कर रहे हैं।
 

पैगी रॉबिन्सन का अनुभव

नई दिल्ली: मरने के बाद वापस आना, जो केवल फिल्मों में होता है, अब असल जिंदगी में भी देखने को मिल रहा है। हाल ही में 64 वर्षीय पैगी रॉबिन्सन ने ऐसा ही एक दावा किया है। उनका कहना है कि वे दो बार मौत का सामना कर चुकी हैं, लेकिन अपने बच्चों के लिए प्रार्थना करने के बाद वे फिर से जीवित हो गईं।


बचपन का पहला अनुभव
पैगी के अनुसार, उनका पहला अनुभव तब हुआ जब वे केवल पाँच साल की थीं। उन्होंने बताया कि उस समय उनकी आत्मा और शरीर के बीच एक अजीब सा अनुभव हुआ, और उन्हें लगा कि वे मर चुकी हैं। लेकिन कुछ समय बाद, वे फिर से जीवित हो गईं।


जटिल प्रसव के दौरान दूसरा अनुभव
दूसरा अनुभव पैगी ने 25 वर्ष की आयु में एक जटिल गर्भावस्था के दौरान साझा किया। उन्होंने कहा कि उस समय उनकी आत्मा उनके शरीर से अलग होकर एक चमकदार सफेद कमरे में पहुंच गई, जहाँ उन्हें सीधे ईश्वर के सामने पाया। ईश्वर ने उन्हें बताया कि 'अब जाने का समय है', लेकिन पैगी ने जाने से इनकार कर दिया और कहा कि वे अपने बच्चों को अकेला नहीं छोड़ सकतीं।


बच्चों का भविष्य और चमत्कारिक वापसी
पैगी ने ईश्वर से कहा, 'मैं नहीं जाऊंगी, मुझे अपने बच्चों की परवरिश करनी है।' इसके बाद, ईश्वर ने उन्हें उनके बच्चों का भविष्य दिखाया, जिसमें एक दर्दनाक क्षण भी शामिल था। पैगी ने बताया कि वे रोते हुए ईश्वर के चरणों में गिर गईं और अंततः वापस रहने का निर्णय लिया। तुरंत ही उनकी आत्मा उनके शरीर में लौट आई और वे अस्पताल के बिस्तर पर जाग गईं। उस समय वे जुड़वां बच्चों की माँ बन चुकी थीं, लेकिन प्रसव के दौरान उनका काफी रक्तस्राव हुआ था और डॉक्टरों ने उनके बचने की उम्मीद कम बताई थी। परिवार को अलविदा कहने के लिए बुलाया गया था, लेकिन पैगी के अनुसार, ईश्वर का चमत्कार हुआ। हालांकि उन्होंने अपने दोनों बच्चों को खो दिया, लेकिन वे खुद बच गईं।


पैगी का मानना है कि ईश्वर लोगों को स्मृतियाँ इसलिए देते हैं ताकि वे उनसे सीखें और समझें कि कोई भी व्यक्ति वास्तव में अकेला नहीं रहता। उनका कहना है कि ऐसे अनुभव इंसान को बदल देते हैं और जीवन को नए दृष्टिकोण से देखने का अवसर प्रदान करते हैं। सोशल मीडिया पर इस दावे को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रियाएँ आ रही हैं; कुछ लोग इसे चमत्कार मानते हैं, जबकि अन्य इसे नज़दीकी मृत्यु के अनुभव के रूप में देखते हुए वैज्ञानिक समझ की मांग कर रहे हैं।