मूलांक 2 के व्यक्तियों की कमजोरियां और चंद्र ग्रह का प्रभाव
मूलांक 2 की विशेषताएं और कमजोरियां
Mulank 2 Weakness: अंक शास्त्र एक रहस्यमयी विज्ञान है, जिसमें हर अंक की अपनी विशेषताएं और कमियां होती हैं। यह विज्ञान न केवल व्यक्तियों की विशेषताओं को उजागर करता है, बल्कि भविष्य की घटनाओं की भी जानकारी देता है। हर अंक का एक स्वामी ग्रह होता है, जो व्यक्ति के जीवन पर गहरा प्रभाव डालता है।
जन्म तिथि के आधार पर मूलांक निर्धारित होता है। जिनका जन्म 2, 11, 20 या 29 तारीख को हुआ है, उनका मूलांक 2 है। इस लेख में हम मूलांक 2 के व्यक्तियों की कमजोरियों और उनके स्वामी ग्रह के बारे में चर्चा करेंगे।
मूलांक 2 वालों की कमियां
- शर्मिले: मूलांक 2 के लोग बहुत शर्मीले होते हैं। ये जल्दी से किसी से बातचीत नहीं करते और अकेले रहना पसंद करते हैं। अपने मन की बातें दबा कर रखते हैं और कभी किसी से शिकायत नहीं करते।
- काम का क्रेडिट नहीं लेते: ये लोग अक्सर चुप रहते हैं और अपने काम का श्रेय नहीं लेते। इस कमजोरी का फायदा उनके दोस्त उठाते हैं। इनकी सोच होती है कि कर्म करते रहो और फल की चिंता मत करो।
- शकी स्वभाव: मूलांक 2 के व्यक्तियों में शक करने की प्रवृत्ति होती है, जिससे उनकी वैवाहिक जीवन में समस्याएं उत्पन्न होती हैं। ये अपने साथी पर पूरा विश्वास नहीं करते और छोटी-छोटी बातों पर शक करते हैं।
मूलांक 2 का स्वामी ग्रह
मूलांक 2 का स्वामी चंद्र ग्रह है, जो मन, मनोबल, विचार, सुख और माता से संबंधित होता है। चंद्र ग्रह की चाल में बदलाव का प्रभाव मूलांक 2 वालों पर सबसे पहले पड़ता है। यदि जन्म कुंडली में चंद्र कमजोर हो, तो व्यक्ति का मन भटकता है और वह परेशान रहता है।
चंद्र ग्रह को मजबूत करने के उपाय
- भगवान शिव और माता पार्वती की नियमित पूजा करें।
- चंद्र देव को समर्पित मंत्रों का जाप करें।
- सफेद वस्तुओं का दान करें।
- चांदी के आभूषण पहनें।