रमा एकादशी व्रत: जानें क्या खाएं और क्या न खाएं
रमा एकादशी व्रत, जो कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष में आता है, भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा का विशेष अवसर है। इस दिन व्रति के दौरान क्या खाया जाए और क्या नहीं, इसके नियम जानें। इस लेख में व्रत के दौरान फल, सब्जियों और अन्य खाद्य पदार्थों के सेवन के बारे में जानकारी दी गई है। साथ ही, व्रत के नियमों का पालन कैसे करें, यह भी बताया गया है। जानें इस महत्वपूर्ण व्रत के बारे में और अपने धार्मिक कर्तव्यों का पालन करें।
Oct 16, 2025, 06:41 IST
भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा का महत्व
कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष की रमा एकादशी, दीपावली से पहले आती है। इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा का विशेष महत्व है। मान्यता है कि इस व्रत को विधिपूर्वक करने से सभी पापों का नाश होता है और बैकुंठ धाम की प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं इस व्रत से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें।
रमा एकादशी व्रत में क्या खाएं
- फल और मेवे: इस दिन सभी प्रकार के फल और सूखे मेवे खा सकते हैं।
- अन्य खाद्य पदार्थ: आलू, शकरकंद, अरबी और साबूदाना का सेवन किया जा सकता है।
- कुट्टू और सिंघाड़े का आटा: इस दिन सिंघाड़े का आटा, कुट्टू का आटा और राजगीरे के आटे से बनी पूड़ी, पराठा या पकौड़ी खा सकते हैं।
- डेयरी उत्पाद: दूध, दही, छाछ, पनीर और घी का सेवन किया जा सकता है।
- नमक और मसाले: केवल सेंधा नमक और सात्विक मसालों का प्रयोग करें।
रमा एकादशी व्रत में क्या नहीं खाएं
- अनाज: चावल, गेहूं, जौ, बाजरा, मक्का और सभी प्रकार की दालें नहीं खानी चाहिए।
- तामसिक भोजन: लहसुन, प्याज, मांस, मछली और मदिरा का सेवन वर्जित है।
- साधारण नमक: सामान्य नमक का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
- कुछ सब्जियां: गोभी, गाजर, पालक, बैंगन और शलजम जैसी सब्जियां नहीं खानी चाहिए।
रमा एकादशी व्रत के नियम
- व्रत के दौरान ब्रह्मचर्य का पालन करें और मन, वचन व कर्म से सात्विक रहें।
- किसी के प्रति बुरा विचार न लाएं।
- एकादशी के दिन तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ें।
- रात में जागकर भगवान विष्णु का नाम जपें और भजन-कीर्तन करें।
- पूजा के अंत में भगवान विष्णु से व्रत के दौरान हुई भूल के लिए क्षमा मांगें।
विशेष उपाय
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