शनिदेव की वक्र दृष्टि से बचने के उपाय
शनिदेव: न्याय के देवता
शनिदेव को न्याय का देवता माना जाता है। हिंदू धर्म में यह विश्वास किया जाता है कि जब किसी व्यक्ति पर शनिदेव की वक्र दृष्टि पड़ती है, तो उसे अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। हर कोई चाहता है कि उसकी जिंदगी में शनिदेव की कुदृष्टि न पड़े, क्योंकि इससे कई समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। यदि आप इन समस्याओं से बचना चाहते हैं, तो कुछ कार्यों से दूर रहना आवश्यक है।
किसे झेलनी पड़ती है वक्र दृष्टि
झूठी गवाही देना और निर्दोष लोगों को परेशान करना, ऐसे लोग शनिदेव की वक्र दृष्टि का शिकार होते हैं। इसके अलावा, जो लोग अपने गुरुजनों का अपमान करते हैं, उन्हें भी शनिदेव की नाराजगी का सामना करना पड़ता है।
ये कार्य न करें
जो लोग ईश्वर में आस्था नहीं रखते या पशु-पक्षियों को नुकसान पहुंचाते हैं, उन्हें भी शनिदेव की वक्र दृष्टि का सामना करना पड़ता है। इससे उनकी जिंदगी में कठिनाइयां बढ़ जाती हैं। इसके साथ ही, गरीबों, महिलाओं और असहाय लोगों का हक छीनने वाले भी शनिदेव की नाराजगी से नहीं बच पाते।
साफ-सफाई का ध्यान रखें
जो लोग अपने आस-पास या व्यक्तिगत सफाई का ध्यान नहीं रखते हैं, उन्हें भी शनिदेव की वक्र दृष्टि का सामना करना पड़ता है, जिससे जीवन में समस्याएं उत्पन्न होती हैं।
कष्ट झेलने वाले लोग
जो लोग मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को मांस और मदिरा का सेवन करते हैं, उन्हें भी शनिदेव की क्रूर दृष्टि का सामना करना पड़ता है। पूर्णिमा, एकादशी, अमावस्या और प्रदोष व्रत के दिन भी मांस-मदिरा से दूर रहना चाहिए, अन्यथा शनिदेव की वक्र दृष्टि झेलनी पड़ सकती है।
शनि देव की कृपा पाने के उपाय
यदि आप चाहते हैं कि शनिदेव की क्रूर दृष्टि से बचें और उनकी कृपा आपके ऊपर बनी रहे, तो इन सभी कार्यों से दूर रहें और अच्छे कर्म करें। अच्छे कर्म करने वाले लोगों को शनिदेव कभी कष्ट नहीं पहुंचाते।