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सावन 2025 में इन 8 गलतियों से बचें, नहीं तो भोलेनाथ हो सकते हैं नाराज

सावन 2025 का पवित्र महीना नजदीक है, जिसमें भक्तों को कुछ खास सावधानियाँ बरतनी चाहिए। इस लेख में जानें कि किन 8 गलतियों से बचना चाहिए, ताकि भोलेनाथ की कृपा प्राप्त हो सके। खानपान से लेकर पूजा के नियमों तक, सावन में क्या करें और क्या न करें, यह सब जानने के लिए पढ़ें।
 

सावन 2025: भोलेनाथ की कृपा पाने के लिए जरूरी सावधानियाँ

सावन 2025 के दौरान इन 8 गलतियों से बचें, वरना भोलेनाथ हो सकते हैं नाराज: सावन 2025 का पवित्र महीना नजदीक है, और भगवान शिव के भक्तों में उत्साह चरम पर है! यह पवित्र समय 11 जुलाई से 9 अगस्त तक चलेगा, जो भगवान शिव की भक्ति के लिए विशेष है। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि इस दौरान कुछ कार्यों से बचना आवश्यक है, अन्यथा भोलेनाथ नाराज हो सकते हैं?


जी हां, कुछ कार्य ऐसे हैं, जिन्हें सावन में करने से बचना चाहिए, वरना नकारात्मक परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। आइए जानते हैं कि इस सावन में किन गलतियों से बचना चाहिए, ताकि आप भोलेनाथ की कृपा के पात्र बन सकें!


सावन 2025: खानपान में रखें सावधानी


सावन का महीना भक्ति और पवित्रता का प्रतीक है। इस दौरान मांस, मछली, अंडा या शराब का सेवन करना सख्त मना है। तामसिक भोजन जैसे मसालेदार खाना, बैंगन, मूली या कढ़ी से भी दूरी बनाएं। कच्चा दूध पीना और दूध का अनादर करना भी इस महीने में वर्जित है।


भोलेनाथ को सात्विक भोजन प्रिय है, इसलिए फल, दूध, और हल्का भोजन करें। ऐसा करने से न केवल आपकी सेहत बनी रहेगी, बल्कि भगवान शिव भी प्रसन्न होंगे। तो, इस सावन अपनी थाली को सात्विक और पवित्र रखें!


शब्दों और व्यवहार में रखें संयम


सावन में सिर्फ खानपान ही नहीं, आपके व्यवहार और शब्दों का भी खास ख्याल रखना होगा। गुस्सा, अहंकार, और कटु शब्दों का इस्तेमाल भोलेनाथ को बिल्कुल पसंद नहीं। किसी को अपशब्द कहने या झगड़ा करने से बचें। इसके अलावा, सावन में बाल कटवाना, नाखून काटना, या दाढ़ी बनवाना भी मना है।


यह महीना धार्मिक दृष्टि से इतना खास है कि छोटी-सी लापरवाही भी भारी पड़ सकती है। अपने मन को शांत रखें और दूसरों के प्रति प्रेम और सम्मान का भाव रखें।


पूजा और मांगलिक कार्यों में सावधानी


सावन में भगवान शिव की पूजा करते समय कुछ खास नियमों का पालन जरूरी है। भूलकर भी शिवलिंग पर तुलसी, केतकी के फूल, हल्दी, या कुमकुम न चढ़ाएं। तुलसी भगवान विष्णु को प्रिय है, इसलिए शिव पूजा में इसका इस्तेमाल वर्जित है।


साथ ही, सावन से चातुर्मास शुरू हो जाता है, जिस दौरान शादी, मुंडन, या गृह प्रवेश जैसे मांगलिक कार्य नहीं किए जाते। प्रॉपर्टी खरीदना या बेचना भी इस महीने में शुभ नहीं माना जाता। इन नियमों का पालन करके आप भोलेनाथ की कृपा को और गहरा कर सकते हैं।