सूर्य गोचर 2025: जानें किस राशि पर पड़ेगा असर और क्या करें उपाय
सूर्य गोचर का महत्व
Surya Gochar 2025: ज्योतिषीय गणनाओं के अनुसार, सूर्य देव ने आज सिंह राशि में गोचर किया है। इस समय सिंह राशि में केतु पहले से विद्यमान है, जिससे अगले एक महीने तक सूर्य और केतु की युति बनी रहेगी। ज्योतिष में सूर्य को आत्मविश्वास, मान-सम्मान, नेतृत्व और शक्ति का प्रतीक माना जाता है। इस राशि परिवर्तन का प्रभाव कई जातकों के जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव लाने वाला है।
सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव
विशेषज्ञों का मानना है कि जब सूर्य देव किसी राशि में अनुकूल स्थिति में होते हैं, तो जातकों को धन, वैभव और प्रतिष्ठा प्राप्त होती है। वहीं, प्रतिकूल स्थिति में सूर्य मानसिक तनाव, नौकरी और व्यवसाय में रुकावट, स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं और आर्थिक संकट का कारण बन सकते हैं। इस बार शनि और मंगल के बीच बन रहे समसप्तक योग के कारण कुछ राशियों के लिए यह समय चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
सावधानी बरतने वाली राशियाँ
इन राशियों को रहना होगा सावधान
ज्योतिषियों के अनुसार, सूर्य-केतु की युति और समसप्तक योग वृषभ, कन्या और मकर राशि के लिए अशुभ फल देने वाली मानी जा रही है। इन जातकों को अगले एक महीने तक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं, दुर्घटनाओं और मान-सम्मान की हानि से सावधान रहना होगा।
मध्यम फल देने वाली राशियाँ
इन राशियों के लिए मध्यम फल
मेष, कर्क, सिंह, धनु और कुंभ राशि के लोगों के लिए सूर्य का यह गोचर सामान्य रहेगा। हालांकि, इस दौरान उन्हें बड़े निर्णय लेने में विशेष सतर्कता बरतनी होगी। रिश्तों में मतभेद की स्थिति बन सकती है और निवेश के लिए समय अनुकूल नहीं है। किसी नए कार्य की शुरुआत करने से बचना बेहतर होगा।
लाभ पाने वाली राशियाँ
इन राशियों को मिलेगा लाभ
सूर्य देव का यह राशि परिवर्तन मिथुन, तुला, वृश्चिक और मीन राशि के जातकों के लिए शुभ माना जा रहा है। इन राशियों के लोगों को करियर और व्यवसाय में उन्नति के अवसर मिलेंगे। पद-प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी और रुके हुए कार्य तेजी से पूर्ण होंगे। धन और मान-सम्मान में भी बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।
ग्रहों को शांत करने के उपाय
ये उपाय अपनाकर करें ग्रहों को शांत
ज्योतिषविदों का सुझाव है कि यदि सूर्य-केतु की युति के कारण जीवन में नकारात्मक प्रभाव महसूस हो, तो प्रतिदिन प्रातःकाल सूर्य देव को जल अर्पित करें। सूर्य मंत्र का जाप करना शुभ माना जाता है। हर रविवार किसी जरूरतमंद को गुड़ का दान करें और इस अवधि में लाल रंग का प्रयोग कम से कम करें।