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हनुमान: अमर भक्त की अद्भुत कहानियाँ और ज्ञान

हनुमान, जिन्हें हम बजरंग बली और मारुति राय के नाम से भी जानते हैं, के जीवन में कई अद्भुत कहानियाँ और ज्ञान छिपा है। जानें उनके बेटे मकरध्वज के बारे में, किसने उन्हें गदा दी, और उनके भाई-बहनों के बारे में। इसके अलावा, हनुमान के पंचमुखी अवतार और उनकी अद्भुत विद्याओं के बारे में भी जानें। क्या आप जानते हैं कि हनुमान आज भी जीवित हैं और भक्तों की मदद के लिए तत्पर रहते हैं? इस लेख में जानें हनुमान के जीवन की अनकही बातें।
 

हनुमान के बारे में जानें

राम भक्त हनुमान को हम विभिन्न नामों से जानते हैं जैसे हनुमान, बजरंग बली और मारुति राय। हालांकि, उनके बारे में बहुत से लोग कम जानते हैं। हनुमान ने राम के कार्य में महत्वपूर्ण योगदान दिया और उनकी अमरता के पीछे कई रोचक तथ्य हैं।


हनुमान रुद्र के अवतार माने जाते हैं, और उनके जीवन से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारियाँ हम यहाँ साझा कर रहे हैं। हनुमान के भाई-बहनों, उनके अवतार कार्य और निजी जीवन के बारे में जानना बहुत दिलचस्प है।


हनुमान के बेटे का नाम

हनुमान के बेटे का नाम मकरध्वज था। हनुमान स्वयं ब्रह्मचारी थे, लेकिन एक बार लंका से लौटते समय उनके शरीर से पसीने की एक बूंद समुद्र में गिरी, जिसे एक मछली ने खा लिया। उस मछली ने मकरध्वज को जन्म दिया।


हनुमान को गदा किसने दी

हनुमान को उनकी गदा कुबेर जी ने प्रदान की थी। जब बालक हनुमान अचेत हो गए थे, तब पवनदेव ने सभी देवताओं को बुलाया। सभी देवताओं ने उन्हें आशीर्वाद दिया और अपने अस्त्र-शस्त्र दिए। कुबेर जी ने उन्हें 'कौमुदगी' नामक गदा भेंट की।


हनुमान के भाई

ब्रह्मांड पुराण के अनुसार, हनुमान के पांच भाई थे, जो सभी विवाहित थे। उनके नाम हैं - मतिमान, श्रुतिमान, केतुमान, गतिमान और धृतिमान। हनुमान उनमें सबसे बड़े थे और उनकी राम के प्रति भक्ति के कारण उनका नाम अमर हो गया।


हनुमान द्वारा उठाया गया पर्वत

हनुमान ने लक्ष्मण के उपचार के लिए हिमालय से द्रोणागिरी पर्वत उठाया था। उपचार के बाद, उन्होंने पर्वत को उसी तरह वापस ले आया, जैसे वह लाए थे।


पंचमुखी अवतार

पंचमुखी हनुमान की छवि में गरुड़, नरसिंह, वराह, हयग्रीव और वानर मुख शामिल होते हैं। यह अवतार हनुमान की महानता को दर्शाता है।


हनुमान का वर्तमान निवास

भक्तों का मानना है कि हनुमान आज भी जीवित हैं और राम के भक्तों की सहायता के लिए तत्पर रहते हैं। वे कभी हिमालय में तो कभी गंधमादन पर्वत पर निवास करते हैं।


हनुमान की विद्याएँ

हनुमान का जन्म वानर के गर्भ में हुआ था, लेकिन वे सभी विद्याओं में निपुण थे। वे विशेष रूप से नौ विद्याओं के ज्ञाता थे, जिनमें व्याकरण, ज्योतिष, धर्म, काल विज्ञान, राजनीति, योग, तर्कशास्त्र, आयुर्वेद और संगीत शामिल हैं।