हस्तरेखा शास्त्र: जानें अशुभ रेखाओं के संकेत
हस्तरेखा शास्त्र में हाथ की रेखाओं का अध्ययन करके व्यक्ति के भविष्य का अनुमान लगाया जाता है। इस लेख में हम उन अशुभ रेखाओं और निशानों के बारे में चर्चा करेंगे, जो जीवन में समस्याएं और आर्थिक तंगी का संकेत देती हैं। जानें द्वीप का निशान, क्षैतिज रेखाएं और भाग्य रेखा पर तिल के बारे में, और समझें कि ये कैसे आपके जीवन को प्रभावित कर सकते हैं।
Sep 29, 2025, 15:22 IST
हस्तरेखा शास्त्र का महत्व
हस्तरेखा शास्त्र में हाथ की रेखाओं का अध्ययन करके व्यक्ति के भविष्य के बारे में जानकारी प्राप्त की जाती है। हथेली में कुछ विशेष रेखाएं और निशान शुभ माने जाते हैं, जबकि कुछ अशुभ होते हैं। हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार, जिन लोगों की हथेली में अशुभ रेखाएं होती हैं, उनके जीवन में कई समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इसके अलावा, समय के साथ आर्थिक कठिनाइयों का सामना भी करना पड़ सकता है। मेहनत करने के बावजूद सफलता नहीं मिलती है। इस लेख में हम उन रेखाओं और निशानों के बारे में चर्चा करेंगे, जो दुर्भाग्य का संकेत देती हैं।
द्वीप का निशान
यदि किसी व्यक्ति की हथेली में किसी पर्वत पर द्वीप का निशान है, तो इसे अशुभ माना जाता है। मान्यता है कि द्वीप का निशान जिस पर्वत पर होता है, वह जातक के जीवन पर विपरीत प्रभाव डालता है। उदाहरण के लिए, यदि यह निशान गुरु पर्वत पर है, तो जातक के मान-सम्मान में कमी आ सकती है और नौकरी से संबंधित समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती हैं।
क्षैतिज रेखाएं
हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार, जिन जातकों की अनामिका उंगली पर क्षैतिज रेखाएं होती हैं, यह शुभ नहीं होता। ऐसी रेखाएं दुर्भाग्य का संकेत देती हैं और सामाजिक प्रतिष्ठा को भी कम कर सकती हैं।
भाग्य रेखा पर तिल
हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार, भाग्य रेखा पर तिल का होना अशुभ माना जाता है। जिन जातकों की हथेली में भाग्य रेखा पर तिल होता है, उन्हें जीवन में कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, साथ ही आर्थिक तंगी का भी सामना करना पड़ता है।