14 वर्षीय वैभव सूर्यवंशी ने विजय हजारे ट्रॉफी में नहीं खेलेंगे, पीएम पुरस्कार समारोह में होंगे शामिल
वैभव सूर्यवंशी का विजय हजारे ट्रॉफी से बाहर होना
बिहार के लिए विजय हजारे ट्रॉफी में 190 रनों की शानदार पारी खेलने वाले 14 वर्षीय वैभव सूर्यवंशी अब इस प्रतिष्ठित घरेलू 50 ओवर के टूर्नामेंट के बाकी मैचों में भाग नहीं ले पाएंगे। उनके कोच मनीष ओझा ने इस बात की पुष्टि की है। बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने मणिपुर के खिलाफ होने वाले मैच को छोड़ दिया है, क्योंकि वह प्रधानमंत्री के राष्ट्रीय बाल पुरस्कार समारोह में शामिल होने के लिए दिल्ली जा रहे हैं, जहां उन्हें उनकी उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया जाएगा।
समारोह का महत्व
यह समारोह राष्ट्रपति भवन में आयोजित किया जाएगा, जिसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बच्चों को सम्मानित करेंगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस अवसर पर पुरस्कार विजेताओं से मिलेंगे।
वैभव सूर्यवंशी का पुरस्कार समारोह में शामिल होना
यह ध्यान देने योग्य है कि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार (पीएमआरबीपी) भारत में 5 से 18 वर्ष के बच्चों के लिए सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। यह पुरस्कार हर साल वीरता, कला, संस्कृति, पर्यावरण, नवाचार, विज्ञान, प्रौद्योगिकी, सामाजिक सेवा और खेल में असाधारण उपलब्धियों के लिए दिया जाता है।
अंडर-19 विश्व कप की तैयारी
समारोह के बाद, वैभव सूर्यवंशी की उम्मीद है कि वह भारत की अंडर-19 टीम के बाकी सदस्यों के साथ जुड़ेंगे और जिम्बाब्वे के लिए रवाना होंगे, क्योंकि टीम आगामी विश्व कप की तैयारी कर रही है, जो 15 जनवरी से शुरू होगा।
धमाकेदार शुरुआत
इस सप्ताह की शुरुआत में, सूर्यवंशी ने अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ 84 गेंदों में 190 रन बनाए, जिसमें 16 चौके और 15 छक्के शामिल थे। उनकी इस शानदार पारी के कारण बिहार ने 50 ओवरों में 574/6 का विश्व रिकॉर्ड स्कोर बनाया। उन्होंने महज 36 गेंदों में अपना शतक पूरा किया, जिससे वह लिस्ट-ए क्रिकेट के इतिहास में सबसे कम उम्र में शतक लगाने वाले खिलाड़ी बन गए।
एबी डी विलियर्स का रिकॉर्ड तोड़ना
इस शानदार पारी के चलते, इस युवा खिलाड़ी ने लिस्ट ए क्रिकेट में एबी डी विलियर्स के सबसे तेज 150 रन के रिकॉर्ड को 10 गेंदों से तोड़ दिया। उनके द्वारा लगाए गए 15 छक्के इस प्रारूप में किसी भारतीय द्वारा लगाए गए सबसे अधिक छक्के हैं।