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IND vs ENG 5वें टेस्ट के चौथे दिन की मुख्य बातें: भारतीय टीम की हार के पीछे की वजहें

IND vs ENG 5वें टेस्ट के चौथे दिन की मुख्य बातें में भारतीय टीम की हार के पीछे की वजहों का विश्लेषण किया गया है। इस लेख में हैरी ब्रूक और जो रूट के शानदार प्रदर्शन के साथ-साथ चयन में हुई गलतियों पर चर्चा की गई है। जानिए कैसे भारतीय टीम ने सीरीज में हार का सामना किया और इंग्लैंड ने जीत की ओर कदम बढ़ाए।
 

IND vs ENG 5वें टेस्ट के चौथे दिन की मुख्य बातें

IND vs ENG 5वें टेस्ट के चौथे दिन की मुख्य बातें: भारतीय टीम और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज का समापन हो चुका है। भारतीय खिलाड़ियों ने इस सीरीज में शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन चयन में हुई गलतियों और कुछ फील्डिंग की वजह से उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इंग्लैंड ने इस मैच में हैरी ब्रूक और जो रूट की मदद से एक बार फिर से बड़ा लक्ष्य हासिल करने की कोशिश की। अगर गंभीर और गिल ने कुछ गलतियाँ नहीं की होतीं, तो भारत इस सीरीज में जीत का इतिहास रच सकता था।


ब्रूक का कैच छोड़ना पड़ा भारी


इंग्लैंड को मैच जीतने के लिए 324 रन की आवश्यकता थी और उनके पास 9 विकेट थे। क्रिस वोक्स चोट के कारण बाहर हो गए थे, जिससे उनके पास केवल 8 विकेट बचे थे। बेन डकेट और कप्तान ओली पोप ने पहले टीम को संभाला। बेन ने लगातार खराब गेंदों को बाउंड्री के पार भेजा, लेकिन पचासा पूरा करते ही प्रसिद्ध कृष्णा ने उन्हें आउट कर दिया। पोप भी ज्यादा देर नहीं टिक सके और सिराज को विकेट देकर चलते बने।


इंग्लैंड ने 106 रनों पर 3 विकेट खो दिए थे, लेकिन हैरी ब्रूक ने लंच से पहले आकाशदीप और फिर प्रसिद्ध कृष्णा के ओवर में काउंटर अटैक किया। इसी दौरान, प्रसिद्ध की गेंद को पुल करने के प्रयास में ब्रूक ने सिराज को कैच थमा दिया, लेकिन सिराज बाउंड्री लाइन को जज नहीं कर पाए और ब्रूक को जीवनदान मिल गया।


ब्रूक के चलते इंग्लैंड ने बनाई मैच में बढ़त


लंच के बाद भी ब्रूक ने भारतीय गेंदबाजों पर काउंटर अटैक जारी रखा और जो रूट भी उनके साथ थे। ब्रूक ने इंग्लैंड की तरफ से तीसरा सबसे तेज अर्धशतक पूरा किया। रूट ने भी अपना 57वां अर्धशतक पूरा किया।


ब्रूक ने थोड़ी देर में इंडिया के खिलाफ तीसरा सबसे तेज शतक पूरा किया। उन्होंने 113 रन बनाए और इस सीरीज में अपना दूसरा शतक पूरा किया।


ब्रूक के आउट होने के बाद रूट ने पूरी जिम्मेदारी अपने कंधों पर ले ली। टी तक इंग्लैंड ने 4 विकेट के नुकसान पर 317 रन बना लिए थे और उन्हें मात्र 57 रन की आवश्यकता थी। रूट ने टी के बाद अपना 39वां शतक पूरा किया, लेकिन वह 105 रन बनाकर आउट हो गए।


इसके बाद भारतीय गेंदबाज इंग्लिश टीम पर हावी हो गए, लेकिन खराब रोशनी के कारण मैच को रोक दिया गया। बारिश के चलते मैच पूरा नहीं हो सका। अंतिम दिन भारत को 4 विकेट चाहिए थे जबकि इंग्लैंड को 35 रन।


गंभीर और गिल की गलती ले डूबी सीरीज


इस सीरीज में भारत की हार का मुख्य कारण चयन था। टीम ने कई बार चयन में गलतियाँ की, जिसका खामियाजा उन्हें सीरीज हार के रूप में भुगतना पड़ा। इस मैच में भी चयन में गलती की गई थी। जब विकेट मददगार था, तब टीम ने शार्दुल ठाकुर को ड्रॉप कर दिया और केवल 3 तेज गेंदबाजों के साथ उतरी।


आखिरी मैच में लंबे समय तक गेंदबाजी करने के बाद गेंदबाज थके हुए थे, जिसके चलते उनकी गेंदबाजी में पैनापन नहीं दिखा। इस कारण टीम इंडिया की पकड़ ढीली पड़ गई।